
नई दिल्ली। अक्टूबर आने के साथ ही मौसम में बदलाव शुरू हो गया है। अगले महीने यानी नवंबर से सर्दी की शुरुआत हो जाएगी। इससे पेड़-पौधें भी प्रभावित होंगे। खास कर फूलों की फसल पर ठंड का कुछ ज्यादा ही असर देखने को मिलता है। ऐसे में फूल की खेती करने वाले किसानों को सर्दी के मौसम में कुछ ज्यादा ही सावधानियां बरतने की जरूरत है, नहीं तो फूलों को नुकसान भी पहुंच सकता है। इससे किसानों की कमाई पर भी असर पड़ेगा। फूल की खेती करने वाले विशेषज्ञों के अनुसार ठंड का सबसे ज्यादा असर गेंदे के फूल पर देखने को मिलता है। इसलिए जरूरी है कि आप अपने गार्डन, क्यारी या गमले में लगे गेंदे के पौधों की सही तरीके से देखभाल करें, ताकि वे सूखें नहीं। अक्सर लोग ठंड में गेंदे के पौधे लगाते तो हैं, लेकिन पाले और सर्द हवाओं के कारण ये पौधे जल्दी खराब होने लगते हैं।
इस वजह से मुरझा जाते हैं फूल
दरअसल, गेंदा का पौधा बहुत नाजुक होता है। सर्दी में जब कोहरा और पाला पड़ता है, तो ये पौधे सूखने लगते हैं। इससे लोग परेशान हो जाते हैं. लेकिन अब चिंता की जरूरत नहीं है। एक्सपर्ट के मुताबिक, ठंड के मौसम में पौधों को सही मात्रा में पानी और धूप नहीं मिल पाती। इसी कारण से वे मुरझाने लगते हैं।
पालक-सरसों की खली के मिश्रण का प्रयोग करें
सर्दी के मौसम में अगर आप गेंदे के पौधों को हरा-भरा और फूलों से भरा रखना चाहते हैं, तो पालक और सरसों की खली का मिश्रण बहुत काम आ सकता है। जैसे पालक हमारे शरीर के लिए फायदेमंद होती है, वैसे ही यह पौधों के लिए भी पोषण से भरपूर होती है। इसमें ऐसे कई पोषक तत्व होते हैं जो ठंड में पौधे को मुरझाने से बचाते हैं और उसमें अच्छे फूल लाने में मदद करते हैं।
नीम के तेल का करें छिड़काव
किसानों को गेंदे की फसल को कीड़ों से बचाने के लिए समय-समय पर नीम के तेल का छिड़काव करना चाहिए। साथ ही जरूरत के हिसाब से कीटनाशक दवाइयों का भी इस्तेमाल करें, ताकि फसल सुरक्षित रहे और कीटों का समय रहते इलाज हो सके। इसके अलावा सीओसी, मेटागशील और अन्य दवाइयों को पानी में मिलाकर स्प्रे किया जा सकता है।