
नई दिल्ली। अक्सर आपने देखा होगा कि पौधे हमेशा जमीन से ऊपर की ओर ही उगते हैं। लेकिन उल्टी बगवानीइस सोच को पलट देती है। इसमें पौधों को ऐसे उगाया जाता है कि उनके तने ऊपर और जड़ नीचे की बजाय, तने नीचे और जड़ ऊपर रहती है। यह तकनीक छोटे बागों, बालकनी और सीमित जगह वाले घरों के लिए एकदम उपयुक्त है। साथ ही, यह पौधों की देखभाल को भी आसान बनाती है।
क्या हैउल्टी बगवानी?
उल्टी बगवानी में पौधों को आम गमलों की बजाय उल्टे गमले या बाल्टी में उगाया जाता है। गमले के नीचे छेद किया जाता है और पौधे उसमें से नीचे की ओर बढ़ते हैं। टमाटर, मिर्च, स्ट्रॉबेरी और हर्ब्स जैसे पौधे इस तकनीक में आसानी से उगाए जा सकते हैं।
उल्टी बगवानी के फायदे
उल्टी बगवानी छोटे बाग, बालकनी, छत या छोटे घरों के लिए एक आदर्श तकनीक है। जमीन पर जगह कम होने के बावजूद, पौधों को लटकाकर आप ऊर्ध्वाधर बागवानी कर सकते हैं। इससे न केवल फर्श की जगह खाली रहती है बल्कि अन्य गमले, फर्नीचर या बैठने की जगह भी सुरक्षित रहती है।
कीट और रोग कम
जमीन से ऊपर उगने वाले पौधे मिट्टी से आने वाले कीट, फफूंदी और रोगों से दूर रहते हैं। यह तकनीक पौधों को स्वास्थ्यपूर्ण बनाए रखती है और रोग नियंत्रण में मदद करती है। आप चाहें तो समय-समय पर नीम का तेल या हर्बल स्प्रे करके अपने पौधों की सुरक्षा और बढ़ा सकते हैं।इससे मिट्टी से जुड़े संक्रमण की संभावना लगभग समाप्त हो जाती है।
5 आसान उल्टी बगवानी आइडियाज
टमाटर बाल्टी में- मजबूत बाल्टी में नीचे छेद करके टमाटर लटकाएं।
किचन विंडो हर्ब्स- तुलसी, पुदीना, अजवाइन जैसी हर्ब्स बालकनी या खिड़की में उल्टा उगाएं।
स्ट्रॉबेरी हैंगिंग बास्केट- रंगीन बास्केट में स्ट्रॉबेरी लटकाएं, ये साफ और कीट-मुक्त रहती हैं।