
नई दिल्ली।आम को फलों का राजा कहा जाता है, और यह भारत में सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला और लोकप्रिय फल है। राजधानी लखनऊ के मलीहाबादी दशहरी आम की डिमांड देश-विदेश में है. इसी कड़ी में योगी सरकार ने आम की बागवानी करने वाले किसानों के लिए एक बड़ी पहल की हैं। दरअसल, उत्तर प्रदेश में आम उत्पादन की गुणवत्ता और निर्यात क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से उद्यान विभाग द्वारा गुड एग्रीकल्चरल प्रैक्टिसेस (GAP) के प्रयोग, IndGAP सर्टिफिकेशन और मॉडल फार्म स्थापित करने के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने जा रही है। इस परियोजना की शुरुआत लखनऊ क्षेत्र से की जाएगी।
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय से मिली स्वीकृति
प्रदेश के अपर मुख्य सचिव उद्यान बीएल मीणा के अनुसार इस योजना के तहत उद्यान विभाग और कृषि गैप डिजीटल सल्यूशन प्रा० लि० के बीच सहयोग स्थापित किया गया है। इस प्रोजेक्ट के लिए संस्था के 5 लाख रुपए (जीएसटी को छोड़कर) के प्रस्ताव को कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा स्वीकृति प्रदान कर दी गई है।
आम की बागवानी करने वाले को मिलेगा लाभ
इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत आम की बागवानी में वैज्ञानिक तकनीक, खेत स्तर पर ट्रेसिबिलिटी सिस्टम, फसल सुरक्षा प्रबंधन, जल एवं पोषक तत्वों के संतुलित उपयोग तथा अंतरराष्ट्रीय गुणवत्ता मानकों के अनुरूप कृषि पद्धतियों को अपनाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। उत्तर प्रदेश और देश के अन्य राज्यों में करीब 80 फीसदी लोग आज भी दशहरी आम का ही स्वाद पसंद करते हैं।