
नई दिल्ली। आचार्य नरेंद्र देव कृषि विज्ञान केंद्र बस्ती अब पहाड़ी फलों की खुशबू से महक रहा है। यहां किसानों के लिए ऐसे पौधों की व्यवस्था की गई है, जो न केवल लाभकारी हैं, बल्कि कम समय में उत्पादन देने में सक्षम भी हैं। केंद्र पर इस समय अंजीर की दो विशेष प्रजातियों के पौधे उपलब्ध हैं, जो रोपाई के महज एक वर्ष के भीतर ही फल देने लगते हैं।
सेब और चेरी के पौधे उचित दाम में मिलेंगे
कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ बीके मिश्रा ने बताया कि बस्ती के किसान अब पहाड़ों में मिलने वाले फलों की खेती की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। केंद्र पर चेरी, सेब और मौसमी के पौधे भी किसानों के लिए उचित दरों पर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इन पौधों को स्थानीय जलवायु के अनुरूप विकसित किया गया है। कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा किसानों को आधुनिक फल उत्पादन तकनीक पर नियमित रूप से प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। अगले वर्ष तक सेब के पौधे वितरित किए जाएंगे।
बस्ती आम की बागवानी के लिए है मशहूर
बस्ती में फल उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए इंडो-इजराइल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर मैंगोजैसी पहलें महत्वपूर्ण हैं। यह केंद्र बौनी आम की किस्मों की सघन बागवानी को बढ़ावा देता है, जिससे प्रति हेक्टेयर उत्पादन चार गुना तक बढ़ सकता है। इसके अतिरिक्त, अन्य फलों जैसे लीची, अमरूद, और अनार के लिए भी सरकारी नर्सरी उपलब्ध हैं, जो अच्छी गुणवत्ता वाले पौधे प्रदान करती हैं।