जम्मू कश्मीर में स्ट्राबेरी की खेती किसानों को बढ़ा रही हैं आय

14 Nov 2025 10:13:35

नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के कठुआ में स्ट्राबेरी की खेती किसानों को भा गई है। पिछले वर्ष 180 कनाल भूमि पर की गई स्ट्राबेरी की खेती के रकबे को इस साल किसानों ने बढ़ाकर 240 कनाल कर दी है। इस पर बारीक नजर रख रहे जिला बागवानी विभाग का अनुमान है कि इस साल जिले में दो हजार क्विंटल रिकॉर्ड स्ट्राबेरी का उत्पादन होगा जो पिछले वर्ष की तुलना में आठ सौ क्विंटल अधिक है।

15 वर्ष पहले बागवानी विभाग ने किया था पहल

15 वर्ष पहले बागवानी विभाग ने किसानों को स्ट्राबेरी के उत्पादन के लिए प्रेरित करना शुरू किया था। विभाग की यह मुहिम अब जिले में जोर पकड़ चुकी है। किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रति कनाल 13 हजार रुपये की आर्थिक सहायता भी विभाग की ओर से प्रदान की जा रही है। साथ ही विशेषज्ञ टीम लगातार फील्ड विजिट कर किसानों को तकनीकी मार्गदर्शन दे रही है। बागवानी विभाग के विशेषज्ञों के अनुसार मध्य अक्तूबर में रोपाई के दो माह बाद दिसंबर से फल की तुड़ाई शुरू हो जाती है। हर तुड़ाई में 50 से 60 किलो तक फल निकलता है जो बाजार में 600 रुपये से 800 रुपये प्रति किलो तक आसानी से बिक रही है।

विभाग ने किसानों किया जागरूक

गौरतलब हो कि पहले जिले के किसान पारंपरिक धान उत्पादन तक सीमित थे लेकिन विभाग की कोशिशों और लीक से हटकर किसानों ने स्ट्राबेरी की खेती को अपनाया। अब यह न केवल किसानों को अतिरिक्त आय का साधन उपलब्ध करा रही है बल्कि जिले को एक नई पहचान भी दिला रही है।


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