चित्रकूट में बढ़ रही है फूलों की खेती, बाजार में भी बिखेर रहा खुशबू

17 Nov 2025 15:43:42
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नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के चित्रकूट के सहगल में फूलों की खुशबू अब बिखेरने लगी है। शादी वाले घरों में मांग पर फूलों के कारोबारी प्रयागराज समेत से विभिन्न किस्म के साथ गुलदस्ते और जयमाल बनाने के लिए गुलाब के फूल को खरीदकर लाते हैं और यहां पर उन्हें बेचते हैं। इससे उनकी अच्छी कमाई भी हो जाती है। खास बात तो यह है कि साज-सज्जा के लिए आर्टीफिशियल फूलों की मांग भी बढ़ी है। ज्यादातर पार्टियों में सजावट के लिए यही फूल इस्तेमाल में लाए जाते हैं।

चित्रकूट में विभिन्य प्रकार की फूलों की खेती

जिले में गेंदा, गुलाब सहित अन्य किस्मों के फूलों की खेती होती है। यहां होने वाले गुलाब से सामान्य माला बनता है। गुलदस्ते और जयमाल के लिए बाहर से मंगाना पड़ता है। सहालग में हर तरह के फूल की मांग बढ़ जाती है। इससे फूलों की कीमत भी बढ़ गई हैं। बड़ी पार्टियों में सजावट के लिए इन फूलों का इस्तेमाल हो रहा है। बाकी आर्टीफिशियल फूलों से काम चला रहे हैं। जयमाल, सेहरा, दूल्हे के वाहन आदि की सजावट के लिए गुलाब के फूल की खपत तेजी से बढ़ी है। आम दिनों में जहां गुलाब और गेंदा मिलाकर दो क्विंटल की खपत होती है। सहालग के समय यह पांच से सात क्विंटल हो जाती है।

मंदिरों में भी गुलाब की मांग तेज

जिला मुख्यालय के प्रमुख मंदिरों व चौराहों पर भी सुबह होते ही फूल व माला लेने के लिए लाइनें लग जाती है। यहां पैदा होने वाले गुलाब के फूल से माला भी बनाए जा रहे हैं। बड़े माले तैयार करने के लिए प्रयागराज से आने वाले फूलों का इस्तेमाल होता है।

 

 

 


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