
नई दिल्ली। गुड़हल का पौधा हर गार्डन की शान कहलाता है। इसके बड़े-बड़े लाल फूल ना सिर्फ देखने में खूबसूरत लगते हैं बल्कि भगवान को चढ़ाने के काम भी आते हैं। लेकिन इसमें ढेरों फूल तभी खिलते हैं जब उन्हें सही पोषण मिले। तो इसके लिए बाजार से महंगे केमिकल फर्टिलाइजर खरीदने की गलती ना करें। गार्डनिंग एक्सपर्ट के अनुसार आपका गुड़हल का गमला फूलों से भर जाएगा। अच्छी बात है कि इस ट्रिक में किचन से निकलने वाला कचरा इस्तेमाल होता है। किचन के कचरे से पोषक तत्वों से भरपूर जैविक खाद बन जाएगी।
किचन वेस्ट से बनाए घोल
इस घोल को बनाने के लिए आलू के छिलके, प्याज के छिलके और लहसुन के छिलके या अन्य बिना पकाए हुए सब्जी और फलों के छिलकों का इस्तेमाल करना है। क्योंकि आलू के छिलके में पोटेशियम भरपूर मात्रा में होता है, जो गुड़हल में ज्यादा फूल लाता है। प्याज के छिलके सल्फर, पोटेशियम और कई सूक्ष्म पोषक तत्वों का स्रोत होते हैं, जो पौधे की इम्यूनिटी बढ़ाते हैं।
लिक्विड फर्टिलाइजर बनाने का तरीका
फर्टिलाइजर बनाना इतना आसान है कि कोई भी, यहां तक कि गार्डनिंग में नए लोग भी, इसे आसानी से कर सकते हैं। इकट्ठा किए गए किचन के कचरे को लें और उन्हें एक बर्तन या बाल्टी में डालें। अब इसमें सादा पानी डालें और इस मिश्रण को सिर्फ 3 दिनों के लिए ढककर किसी छायादार जगह पर रख दें।
घोल को छानना और पानी मिलाना
तीन दिन बाद, घोल पौधों में डालने के लिए तैयार है, लेकिन इसे सीधा इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह बहुत गाढ़ा होता है। तैयार घोल को किसी जाली या कपड़े से अच्छी तरह से छान लें। छिलकों को अलग निकाल लें और लिक्विड फर्टिलाइजर के 1 भाग में 2 या 3 गुना सादा पानी मिलाकर उसे पतला करें।
गार्डनिंग एक्सपर्ट की टिप्स
सिर्फ फर्टिलाइजर से ही नहीं, बल्कि कुछ अन्य बातों का ध्यान रखकर गुड़हल के गमले को फूलों से भर सकते हैं। गुड़हल को रोज़ाना कम से कम 5-6 घंटे की सीधी धूप मिलनी चाहिए। धूप फूलों के खिलने के लिए बहुत जरूरी है।हर साल फूलों का मौसम शुरू होने से पहले, गुड़हल की हल्की छंटाई जरूर करें।