
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर धर्म नगरी-उधमपुर मार्ग पर भागथा में कृषि विभाग की टीम ने फील्ड दौरा किया। टीम ने किसान शौकत अली की गेंदे की खेती का निरीक्षण किया और उनके द्वारा अपनाई जा रही उन्नत कृषि पद्धतियों का मूल्यांकन किया। साथ ही विभाग की ओर से हाल ही में उपलब्ध कराई गई स्प्रिंकलर सिंचाई प्रणाली की भी विस्तृत समीक्षा की गई। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने किसान से बातचीत कर उनकी भावी योजनाओं और पारंपरिक फसलों से आगे बढ़कर फूल-आधारित उद्यम को सशक्त बनाने से संबंधित सुझाव भी सुने।
गेंदा के फूल से बेहतर मुनाफा
उधमपुर में किसान गेंदा फूल की खेती करके अच्छा खासा मुनाफा कमा रहे हैं। क्योंकि शादी-विवाह के मौसम में त्योहर पर गेंदा फूल की मांग बढ़ गई है। खेतों में किसान फूल तोड़ने में व्यस्त नजर आ रहे हैं। यहां कई जगहों पर गेंदा फूल की सप्लाई होती है।
उधमपुर फूलों की खेती के लिए उपयुक्त
उधमपुर की जलवायु फूलों की खेती के लिए बहुत उपयुक्त है, खासकर लैवेंडर जैसी सुगंधित जड़ी-बूटियों और गेंदे जैसे मौसमी फूलों के लिए। यहाँ की शीतोष्ण गर्मियाँ और ठंडी सर्दियाँ फूलों के विकास के लिए आदर्श हैं, और स्थानीय किसानों ने लैवेंडर और गेंदे की खेती में अच्छा मुनाफा कमाया है।