
अच्छी धूप का रखे ध्यान
सबसे पहले ध्यान रखने वाली बात यह है कि गुलाब के पौधे को ऐसी जगह रखें जहां उसे दिन के कम से कम चार से छह घंटे की धूप मिल सके। सर्दियों में धूप कमजोर हो जाती है, इसलिए पौधे को धूप वाले स्थान पर शिफ्ट करना जरूरी है।
सर्दियों के दौरान तेज ठंड और पाला भी पौधे को नुकसान पहुंचा सकते हैं। यदि रात का तापमान अत्यधिक गिर रहा हो, तो गमले को घर के अंदर सुरक्षित रखें या पौधे को जूट की बोरी या नेट से हल्का ढक दें। सुबह होते ही इसे हटा दें ताकि पौधे को धूप मिल सके। पाला पड़ने पर पौधे की नाजुक कलियां और नई पत्तियां झुलस सकती हैं, इसलिए तापमान पर नजर रखना बेहद जरूरी है।
खाद पानी का रखें ध्यान
सर्दियों में गुलाब के पौधे को पानी कम मात्रा में देना चाहिए। ठंड के मौसम में पौधे की जड़ों में नमी ज्यादा समय तक बनी रहती है, इसलिए बार-बार पानी देने की गलती न करें। जब मिट्टी की ऊपरी परत सूख जाए तभी सिंचाई करें। खाद देना गुलाब की सेहत के लिए बेहद जरूरी है। सर्दियों की शुरुआत में पौधे में गोबर की सड़ी खाद या वर्मी-कम्पोस्ट डालें। इसके अलावा गुलाब के पौधों को पोटाश और फॉस्फोरस की जरूरत ज्यादा होती है।
छंटाई और कीटनाशक का प्रयोग
छंटाई यानी प्रूनिंग सर्दियों में गुलाब की देखभाल का सबसे अहम हिस्सा है। ठंड शुरू होने पर पौधे की सूखी, कमजोर और बीमार शाखाओं को हटा दें। इससे पौधा नई और मजबूत शाखाएं बनाता है जिन पर अधिक कलियां आती हैं। सर्दियों में कीट और रोगों का खतरा भी बढ़ जाता है। अक्सर गुलाब पर एफिड्स, मिलीबग और थ्रिप्स जैसे कीड़े हमला कर देते हैं। कीड़े दिखें, तो नीम का तेल पानी में मिलाकर छिड़काव करें।