
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में शादी का सीजन जारी है। सजावट के लिए फूलों की मांग बढ़ी है। ऐसे में फूलों का कारोबार जमकर महक रहा है। सबसे अधिक मांग गुलाब के बाद यदि किसी फूल की है तो वह आर्किड और लिली है। दुल्हनों के मेकअप में भी फूलों का इस्तेमाल हो रहा है। शादी के साथ अन्य मांगलिक कार्यक्रमों में फूलों का इस्तेमाल होने लगा है। अब अलग-अलग फ्लोरल थीम पर शादी आदि में सजावट हो रही है। पहले ज्यादातर मंडप या स्टेज पर ही फूलों से सजावट की जाती थी, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से इसमें बदलाव आया है। अब शादी वाले घर के साथ प्रवेश द्वार, कार और विशेष रूप से बनाए गए फोटो शूट के लिए बूथ भी महकदार फूलों से सजावट होने लगी है। शादी समारोह में रिबन कटाई के साथ हर बराती का माला से स्वागत भी होना लगा है।
300 रुपये प्रति किलो बिक रहा है गुलाब
हल्दी के लिए पीले और सफेद, मेहंदी के लिए नारंगी आदि रंग के फूलों से सजावट की जा रही है। इन सबका असर फूलों के कारोबार पर पड़ रहा है। मांग अधिक होने से कारोबारियों को फायदा हो रहा है। लोगों में इस बार ट्यूलिप, लिली गुलाब, गेंदे के फुल, जिप्सी, जरबेरा, कारनेशन, पिंक रोज आदि की खासी मांग है। फूलों के दाम भी बढ़े हैं। गुलाब का फूल 250 से 300 रुपये प्रति किलो से अधिक में बिक रहा है। गेंदे के फूल के दाम भी 150 रुपये प्रति किलो तक है।
क्या बोले कारोबारी
कारोबारियों का कहना है कि शादी के सीजन में फूलों की सजावट खूब पसंद की जा रही है। सजावट भी पांच हजार रुपये से शुरू है, जो फूलों के हिसाब से पांच लाख रुपये तक भी हो सकती है। सबसे अधिक गुलाब के साथ जिप्सी, आर्किड के फूलों की मांग रहती है।