
नई दिल्ली।महाराष्ट्र के बीड जिले के केलसांगवी गांव का एक किसान अन्य किसानों के लिए आदर्श बन गया है। दरअसल, किसान दत्तात्रेय घुले ने पारंपरिक खेती छोड़ आधुनिक तकनीकों को अपनाकर खजूर की खेती का सफल प्रयोग किया है। इस किसान ने अपने डेढ़ एकड़ खेत में 80 खजूर के पेड़ लगाए हैं, जिनसे उसे सालाना 10 से 12 लाख रुपये की कमाई हो रही है। केलसंगवी गांव के इस किसान का यह प्रयोग अन्य किसानों के लिए एक आदर्श बन गया है।
खजूर से 10 से 12 लाख रुपये की आय
बीड जिले का आष्टी तालुका सूखाग्रस्त क्षेत्र है। इस क्षेत्र में कभी भारी बारिश होती है तो कभी सूखा पड़ता है। इसलिए यहां बोई गई फसलें कभी भारी बारिश तो कभी सूखे के कारण खराब हो जाती हैं, इसलिए किसान दत्तात्रेय घुले ने पारंपरिक खेती छोड़कर खजूर के पेड़ लगाकर सालाना 10 से 12 लाख रुपये की आय ले रहे हैं।
किसान ने लगाए हैं खजूर के 80 पेड़
किसान दत्तात्रेय के अनुसार डेढ़ एकड़ क्षेत्र में 80 खजूर के पेड़ लगाए गए हैं, दो पेड़ों के बीच की दूरी 25x25 रखी है, यह एक ऐसा पेड़ है जिसे कम पानी की आवश्यकता होती है और साथ ही एक एकड़ क्षेत्र में 65 पेड़ लगाए जा सकते हैं।उन्होंने बताया कि उन्हें प्रति पेड़ से 200 किलो तक फल मिलते हैं, ऐसे में प्रत्येक पेड़ से बीस हज़ार रुपये तक मिलते हैं।
खजूर की खेती से होगी अच्छी कमाई
बीड जिला के कृषि अधिकारी के अनुसार यहां के किसानों को कभी बारिश तो कभी सूखे का सामना करना पड़ता है, इसलिए यह प्रयोग दूसरे किसानों के लिए प्रेरणा बन रहा है, क्योंकि खजूर की खेती ने दिखाया है कि सूखे की स्थिति में भी आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करके अच्छी-खासी कमाई की जा सकती है।