
नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले में राजकीय महाविद्यालय धामी में शुक्रवार को बागवानी क्षेत्र में स्वरोजगार संभावनाओं पर केंद्रित व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन कॅरिअर काउंसलिंग एंड प्लेसमेंट सेल, इको क्लब, कॉमर्स सोसायटी और साइंस सोसायटी ने संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम के मुख्य संसाधन व्यक्ति सीनियर मार्केटिंग ऑफिसर निदेशालय बागवानी डॉ. प्रबल चौहान ने विद्यार्थियों को बागवानी क्षेत्र में उपलब्ध बढ़ते कारोबारी अवसरों की जानकारी दी। डॉ. चौहान ने जड़ी-बूटी उत्पादन, उच्च गुणवत्ता वाले पौध–नर्सरी व्यवसाय, मधुमक्खी पालन, सब्जी उत्पादन और फल प्रसंस्करण जैसे क्षेत्रों को युवाओं के लिए लाभकारी बताया।
सहायता और ऋण सुविधाएं दे रही है सरकार
सरकार बागवानी क्षेत्र में नए उद्यम शुरू करने वाले युवाओं के लिए सब्सिडी, प्रशिक्षण, विपणन सहायता और ऋण सुविधाएं दे रही है। प्राचार्य डॉ. दिनेश सिंह कंवर ने छात्रों से कहा कि नौकरी के पारंपरिक विकल्पों से आगे बढ़कर स्वरोजगार को अपनाने की जरूरत है। कार्यक्रम में प्रो. मनोज कुमार, प्रो. नमिता खागटा, डॉ. विक्रांत सकलानी, प्रो. दिनेश शर्मा, डॉ. गोदावरी, डॉ. सविता, डॉ. गौरव शर्मा और डॉ. सरिता मौजूद रहे।