
नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू क्षेत्र के बागवानों से उद्यान विभाग ने सेब की नई पौध की मांग समय पर भेजने का आग्रह किया है। उद्यान विभाग आनी के विषय विशेषज्ञ डॉ. बलवीर चौहान के अनुसार बागवान यदि अपनी मांग जल्द विभाग को भेज देंगे, तो विभाग उसी के अनुसार उच्च गुणवत्ता वाली पौध की व्यवस्था किया जाएगा। यह मांग रूट स्टॉक पर आधारित होगी। इसमें विभिन्न किस्मों के पौधे उपलब्ध करवाए जाएंगे।
450 रुपये प्रति सेब का पौधा
रूट स्टॉक पर तैयार सेब की पौध की कीमत 450 रुपये प्रति पौधा है। इन पौधों को इटली से मंगवाया गया है। वहीं, स्थानीय पौधों की कीमत इससे कम रहती है। बागवानों से यह भी कहा गया है कि सेब के साथ अन्य फलदार पौधों जैसे नाशपाती, प्लम, खुमानी, चेरी आदि की मांग भी समय पर दर्ज करवाएं ताकि विभाग उनकी आवश्यकता के अनुसार पौधा उपलब्ध करवा सके। विभाग का उद्देश्य बागवानी क्षेत्र में आधुनिक तकनीक और गुणवत्तापूर्ण पौधों को बढ़ावा देना है, जिससे बागवानों की पैदावार और आय दोनों में इजाफा हो सके।
हिमाचल में सेब की खेती बड़े पैमाने पर
हिमाचल प्रदेश में सेब उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए कई सरकारी पहलें की जाती हैं, जैसे कि फल पौधा रोपण योजना, जिसके तहत किसानों को 0.25 से 4.00 हेक्टेयर तक फल पौध रोपण पर भी सब्सिडी मिलती है। इस योजना के तहत, संबंधित कृषि या बागवानी विभाग किसानों को सेब के पौधे वितरित कर सकता है।