
नई दिल्ली।खेती में गेंदा सिर्फ़ सुन्दर दिखने वाला फूल ही नहीं है, बल्कि यह कीटों से फसल बचाने में भी बहुत काम आता है। इसे ट्रैप क्रॉप के रूप में लगाया जाता है। इसका मतलब है कि कीट पहले गेंदा की ओर आकर्षित होंगे और मुख्य फसल को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे। गेंदा के चमकदार और जल्दी खिलने वाले फूल कीटों को अपनी ओर खींचते हैं, जैसे फल छेदक, थ्रिप्स और सफेद मक्खी, जो अन्यथा मिर्च या सब्जियों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। गेंदा को मिर्च या दूसरी फसल की रोपाई से 15-20 दिन पहले खेत की मेड़ों पर या फसल के बीच में लगाना चाहिए। इससे कीटों को गेंदा ही आकर्षित करेगा और मुख्य फसल सुरक्षित रहेगी। यह तरीका रसायन कम इस्तेमाल करने में भी मदद करता है और खेती को प्राकृतिक बनाता है।
गेंदा कैसे बचाता है फसलों को कीटों से
गेंदा अपने चमकीले फूलों और खुशबू के कारण फल छेदक, हॉपर और व्हाइट फ्लाई जैसे कीटों को आकर्षित करता है। ये कीट गेंदे पर अंडे दे देते हैं या रस चूसने लगते हैं, जिससे मुख्य फसल जैसे हरी मिर्च या टमाटर पर उनका अटैक कम हो जाता है। इस तरह गेंदा फसलों के लिए एक ढाल का काम करता है।
कीटों के लिए क्यों है गेंदा आकर्षक
गेंदा की खासियत है कि ये जल्दी खिलता है और इसके फूल कीटों को अपनी ओर खींच लेते हैं। जब कीट बड़ी संख्या में गेंदे पर जमा हो जाते हैं, तो मुख्य फसल पर उनका असर कम हो जाता है।
जड़ों से निकलता है कीट-नाशक रसायन
गेंदा की जड़ों से एक प्राकृतिक रसायन निकलता है जिसे एलीलोकेमिकल कहा जाता है। ये रसायन मिट्टी में मौजूद हानिकारक निमेटोड्सको खत्म करता है या उनकी संख्या कम कर देता है। निमेटोड्स फसलों की जड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं, इसलिए गेंदा मिट्टी को भी सुरक्षित बनाता है।