
नई दिल्ली। उत्तराखंड के बागेश्वर जिले के कपकोट के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में किसानों के लिए वरदान हुई कीवी की खेती अब कांडा क्षेत्र के किसानों को भी भा रही है। क्षेत्र के किसान कीवी की खेती को अपनाकर उत्पादन कर रहे हैं। वर्ष 2024 में किसानों ने 1.5 क्विंटल कीवी का उत्पादन किया था। वर्ष 2025 में क्षेत्र में कीवी उत्पादन बढ़कर 3.5 क्विंटल से अधिक हो गया है। अच्छी पैदावार से क्षेत्र के अन्य गांवों के किसान भी उत्साहित हो रहे हैं।
किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत
क्षेत्र के किसान बढ़ी संख्या में कीवी का उत्पादन कर रहे हैं। कीवी उत्पादन से किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है। क्षेत्र में उत्पादित कीवी की देश के विभिन्न राज्यों में मांग बढ़ रही है। उद्यान विभाग जिले के किसानों को कीवी के उत्पादन के लिए प्रेरित कर रहे हैं। कांडा क्षेत्र के कभाटा, धपोली, घिंघारूतोला और देवल बिछराल में किसान कीवी की बागवानी को अपना रहे हैं। अब तक क्षेत्र में 15-20 किसान कीवी की बागवानी कर रहे हैं। उद्यान सचल केंद्र की ओर से मिली जानकारी के अनुसार क्षेत्र में किसानों ने वर्ष 2024 की अपेक्षा इस वर्ष तीन गुना अधिक उत्पादन किया है। क्षेत्र की कीवी बाजार में 250 से 300 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रही है।
कीवी की खेती के लिए किसानों को प्रशिक्षण
उद्यान विभाग की ओर से कांडा के किसानों को समय-समय पर कीवी उत्पादन के लिए संचालित सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी दी जा रही है। उद्यान सचल केंद्र के प्रभारी कमल किशोर पंत के अनुसार कीवी बागवानी से जुड़े किसानों को हर साल जनवरी में तकनीकी और बागवानी की देखरेख का प्रशिक्षण दिया जाता है। समय-समय पर बगीचों का निरीक्षण भी किया जाता है। वर्ष 2021 में कीवी की बागवानी शुरू की थी। 2023 से कीवी में फल लगने शुरू हुए। पिछले वर्ष एक क्विंटल कीवी का उत्पादन हुआ।