
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में प्रदूषण गंभीर श्रेणी में बना हुआ है। दिल्ली एनसीआर में लोग इस जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर है। इस बीच दिल्ली-एनसीआर में लोगों को हल्की हवा चलने से मामूली राहत मिली है, लेकिन हालात अब भी बेहद चिंताजनक बने हुए हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार ज्यादातर इलाकों में एक्यूआई 'बहुत खराब' से श्रेणी के बीच बना हुआ है। इससे सांस से जुड़ी समस्याओं वाले लोगों के साथ-साथ स्वस्थ व्यक्तियों को भी परेशानी का खतरा बढ़ गया है।
जाने ग्रेटर नोएडा का हाल
ग्रेटर नोएडा में दर्ज किए गए आंकड़ों के अनुसार एक्यूआई 292 रहा, जो 'खराब' श्रेणी में आता है। यहां नॉलेज पार्क-III में 261 और नॉलेज पार्क-V में 323 का स्तर रिकॉर्ड किया गया। स्वास्थ्य प्रभाव सूचना में लोगों को चेतावनी दी है कि ऐसी हवा लंबे समय तक सांस लेने में असुविधा और सांस संबंधी समस्याओं को जन्म दे सकती है।
इन इलाकों में असर
गाजियाबाद में भी स्थिति बेहतर नहीं दिखी। इंदिरापुरम में 284, संजय नगर में 273, वसुंधरा में 276 और लोनी में एक्यूआई 360 दर्ज हुआ, जिसे 'गंभीर' श्रेणी में माना जाता है। वहीं नोएडा में भी प्रदूषण का स्तर काफी खतरनाक रहा। सेक्टर-125 में 355, सेक्टर-1 में 320 और सेक्टर-116 में 332 का एक्यूआई दर्ज किया गया।
दिल्ली में हालात गंभीर
दिल्ली के मॉनिटरिंग स्टेशनों से प्राप्त आंकड़े साफ बताते हैं कि हालात अभी गंभीर बने हुए हैं। पूसा, आरके पुरम, रोहिणी, शादीपुर और वजीरपुर जैसे क्षेत्रों में एक्यूआई 320 के आसपास से 345 तक रिकॉर्ड किया गया, जो स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक हानिकारक माना जाता है।