सूखे हुए फूलों से भी किसान कमा सकते हैं अच्‍छा पैसा

10 Dec 2025 14:32:05



नई दिल्ली। आमतौर पर खेतों में खिलने वाले फूलों का उपयोग पूजा-पाठ, सजावट और इवेंट्स तक ही सीमित माना जाता है, लेकिन अब ये सूखे हुए फूल किसानों के लिए कमाई का नया और स्थायी स्रोत बनते जा रहे हैं। देशभर में सूखे फूलों की मांग तेजी से बढ़ रही है और किसानों के लिए यह एक बेहतरीन वैकल्पिक आय का अवसर बन सकता है। विशेषज्ञों की मानें तो सूखे फूलों का कारोबार किसानों के लिए एक इनोवेटिव और टिकाऊ आय स्रोत बन सकता है।

क्या है सूखे फूलों का कारोबार?

सूखे फूल यानी 'ड्राई फ्लावर्स' उन फूलों को कहते हैं जिन्हें प्राकृतिक तरीके से या मशीनों की मदद से सुखाकर लंबे समय तक के लिए संरक्षित किया जाता है। इन फूलों का उपयोग होम डेकोर, ग्रीटिंग कार्ड, पोटपौरी, हैंडमेड गिफ्ट्स, कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स, अरोमा थेरेपी, और यहां तक कि ऑर्गेनिक रंगों और हर्बल चाय के लिए भी किया जाता है। भारत में सूखे फूलों का निर्यात कारोबार भी तेजी से बढ़ रहा है।

किसानों के लिए फायदे

सूखे फूलों की खेती और प्रोसेसिंग पर ज्यादा खर्च नहीं आता। एक बार फसल लगाकर यदि फूलों को ठीक से सुखा लिया जाए तो इनकी शेल्फ लाइफ बढ़ जाती है और बाजार में इनकी कीमत भी ताजा फूलों से कहीं अधिक मिलती है।वहीं सूखे फूलों के लिए जरूरी नहीं कि वे ताजगी बनाए रखें। ऐसे में अगर फूल हल्के खराब भी हो जाएं तो उन्हें सुखाकर इस्तेमाल में लाया जा सकता है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 


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