किचन वेस्ट से जाने गार्डनिंग करने का तरीका, गार्डन के पौधे रहेंगे हरा-भरा

13 Dec 2025 14:12:14


नई दिल्ली। सर्दी के मौसम में बागवानी करने वाले लोगों की मुश्किलें बढ़ जाती है। इस मौसम में पौधों को अधिक देखभाल की जरूरत होती है। ऐसे में घर की रसोई बागवानी में फायदेमंद साबित हो सकती है। रसोई में उपयोग के बाद बनने वाला कचरा पेड़ पौधों के लिए वरदान बन करता है। उदाहरण के लिए चावल का पानी, दाल का पानी और चायपत्ती बागवानी के सबसे अधिक फायदेमंद होते हैं।गार्डेनिंग एक्सपर्ट के अनुसार रसोई के अपशिष्ट का सही तरीके से उपयोग कर बागवानी में अपने हजारों रुपए बचाए जा सकते हैं।

चावल का पानी

गार्डेनिंग के के अनुसार चावल धोने के बाद बचा स्टार्च वाला पानी इकट्ठा करें। इसे सीधे पौधों में डाल सकते हैं। चाहें तो 1 भाग चावल का पानी और 2 भाग सादा पानी मिलाकर मिट्टी में डालें। बोतल में भरकर स्प्रे भी कर सकते हैं। इसके इस्तेमाल करने का तरीका भी बहुत आसान है। इसके लिए मौसम बदलने पर हर 1 से 2 हफ्ते में एक बार उपयोग करें।

गुलाब के लिए

गुलाब के पौधे के लिए चावल का पानी किसी औषधि से कम नहीं है। गार्डेनिंग एक्सपर्ट के अनुसार, 500 मि.ली. चावल के मांड़ में 250 ग्राम सरसों की खली डालकर एक सप्ताह रखें। इसमें मौजूद पोषक तत्व पौधों को बढ़ने में मदद करते हैं, इसलिए यह एक प्राकृतिक उर्वरक की तरह काम करता है।

दाल का पानी

 इसके अलावा दाल का पानी भी पौधों के लिए किसी पोषक तत्वों से काम नहीं है। दाल धोने के बाद बचे हुए पानी को सीधे पौधों की जड़ों में डाल सकते हैं।ध्यान रहे कि इसको तुरंत उपयोग करना है, इकट्ठा करके रखना नहीं है। गार्डेनिंग एक्सपर्ट के अनुसार इसे सीधे जड़ों में डालें। रोज या हफ्ते में 1 से 2 बार उपयोग कर सकते हैं।

चायपत्ती

 गार्डेनिंग एक्सपर्ट रमेश कुमार ने बताया कि चायपत्ती की दो तरीके से उपयोग कर सकते हैं। पहला कच्ची पत्ती का घोल। दूसरा तरीका चाय बनाने के बाद बची पत्ती मिट्टी में डालें। इसे इस्तेमाल करने का तरीका भी बहुत आसान है।

 

 

 

 

 


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