
नई दिल्ली। गुड़हलका पौधा अपने खूबसूरत और रंग-बिरंगे फूलों के कारण न केवल गार्डन की सुंदरता बढ़ाता है, बल्कि इसके औषधीय गुण भी अधिक फायदेमंद होते हैं। लेकिन कई बार गुड़हल की पत्तियां पीली पड़ने लगती हैं, जिससे पौधा कमजोर और बेजान दिखने लगता है। यह समस्या कई कारणों से हो सकती है। हमें जब तक यह पता चलता है कि गुड़हल के पत्ते पीले क्यों पड़ जाते हैं?, तब तक यह प्लांट काफी अनहेल्दी हो चुका होता है।
गुड़हल के पत्ते पीले पड़ने के कारण
गार्डनिंग में काफी मेहनत लगती है। गुड़हल का प्लांट लगाने के बाद जब मनचाहा रिजल्ट नहीं मिलता है तो हर गार्डनर यह जरूर जानना चाहता है कि मेरे गुड़हल की पत्तियां पीली क्यों पड़ जाती हैं? आइए जानते हैं हिबिस्कस की पत्तियां पीली होने के कारण
अधिक पानी देना
गुड़हल के पौधे को यदि जरुरत से अधिक पानी दिया जाए, तो इसकी जड़ें सड़ने लगती हैं, जिससे पौधा पोषक तत्व ठीक से अवशोषित नहीं कर पाता। जड़ों के खराब होने से पौधे की पत्तियां पीली पड़ने लगती हैं और धीरे-धीरे गिर सकती हैं। जलभराव की स्थिति में मिट्टी की ऑक्सीजन सप्लाई भी बाधित होती है।
गुड़हल में पानी की कमी
गुड़हल के पौधे को यदि पर्याप्त मात्रा में पानी न मिले, तो इसकी पत्तियां डिहाइड्रेशन का शिकार हो जाती हैं और पीली पड़ने लगती हैं। पानी की कमी से पौधे की कोशिकाएं सिकुड़ने लगती हैं, जिससे पत्तियां मुरझाने लगती हैं और धीरे-धीरे सूख जाती हैं।
नाइट्रोजन की कमी
नाइट्रोजन पौधों के विकास के लिए आवश्यक सबसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों में से एक है। इसकी कमी के कारण पत्तियां हल्के हरे से पीली होने लगती हैं, क्योंकि नाइट्रोजन क्लोरोफिल उत्पादन में मदद करता है। जब मिट्टी में नाइट्रोजन की कमी होती है।
मैग्नीशियम और आयरन की कमी
मैग्नीशियम और आयरन पत्तियों में हरा रंग बनाए रखने और फोटोसिंथेसिस में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इनकी कमी होने पर पत्तियां हल्की हरी या पीली दिखने लगती हैं, विशेष रूप से नई पत्तियां सबसे अधिक प्रभावित होती हैं।
बहुत तेज धूप
गुड़हल के पौधे को पर्याप्त मात्रा में धूप की आवश्यकता होती है, लेकिन बहुत अधिक तेज धूप के संपर्क में आने से पत्तियां जलने लगती हैं और उनका रंग पीला पड़ जाता है।