आंवले की कटिंग से कैसे करें पौधा तैयार, जाने आसान तरीका

19 Dec 2025 16:47:04


नई दिल्ली।आंवला, जिसे हम इंडियन गूजबेरी भी कहते हैं, सेहत और आयुर्वेद दोनों के लिए बहुत फायदेमंद फल है। ज़्यादातर लोग नर्सरी से प्लांट लेते हैं, लेकिन क्या आंवले को कटिंग से उगाया जा सकता है? जी हाँ, अगर आप चाहें तो घर पर ही कटिंग से नया पौधा ग्रो कर सकते हैं। ये तरीका न सिर्फ ईज़ी और लो-कॉस्ट है बल्कि इससे आपको हेल्दी प्लांट भी जल्दी मिल जाता है।

आंवले की कटिंग कैसे तैयार करें

 सही मौसम में करें कटिंग

आंवले की कटिंग लगाने के लिए सही मौसम चुनना जरूरी है। सबसे अच्छा समय बारिश के बाद का होता है, यानी जुलाई से सितंबर के बीच, जब मिट्टी में पर्याप्त नमी रहती है और तापमान बहुत ज्यादा गर्म या ठंडा नहीं होता। इस मौसम में कटिंग आसानी से जड़ पकड़ लेती है। सर्दियों में पौधा धीरे बढ़ता है और गर्मियों में सूखने का खतरा रहता है। इसलिए सही मौसम चुनकर आप पौधे की सफलता दर बढ़ा सकते हैं।

स्वस्थ पौधे सेलेक्ट करें

कटिंग के लिए हमेशा स्वस्थ और मजबूत पौधा चुनें। जिस पौधे से आप टहनी काट रहे हैं, उस पर कीड़े या रोग नहीं होने चाहिए। पौधे की उम्र लगभग 3 से 4 साल होनी चाहिए और उस पर अच्छी ग्रोथ दिखाई देनी चाहिए। कमजोर या रोगी पौधों से ली गई कटिंग जड़ नहीं पकड़ती और जल्दी सूख जाती है।

कटिंग तैयार करना

कटिंग तैयार करते समय लगभग 15 से 20 सेंटीमीटर लंबी टहनी चुनें, जिसमें 3-4 नोड्स हों। टहनी को साफ और तेज औजार से काटें ताकि पौधे को नुकसान न पहुंचे। निचले हिस्से की पत्तियाँ हटा दें और ऊपरी हिस्से की थोड़ी पत्तियाँ रहने दें। इससे पौधे में नमी बनी रहती है और जड़ बनने की प्रक्रिया तेज होती है।

मिट्टी का मिश्रण तैयार करना

आंवले की कटिंग के लिए हल्की और उपजाऊ मिट्टी का चुनाव करें। मिट्टी में नमी होनी चाहिए लेकिन पानी रुकना नहीं चाहिए। मिट्टी तैयार करने के लिए आप गार्डन मिट्टी, बालू और गोबर की खाद को बराबर अनुपात में मिला सकते हैं। इससे मिट्टी में नमी और पोषण दोनों बने रहते हैं और जड़ों को सांस लेने की जगह मिलती है।

खाद और पोषण

कटिंग से तैयार पौधा शुरू में ज्यादा खाद नहीं चाहता। जैसे ही पौधा जड़ पकड़ ले और उसमें नई पत्तियाँ आने लगें, तब हल्की जैविक खाद देना शुरू करें। गोबर की सड़ी खाद या वर्मी कम्पोस्ट सबसे अच्छा विकल्प है। हर 15 से 20 दिन में थोड़ा-थोड़ा खाद डालते रहें।

 

 

 

 

 

 


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