पराली जलाने में 90% कमी के बावजूद दिल्ली-NCR का AQI 450 पार, संसद में उठा सवाल

02 Dec 2025 10:26:02


नई दिल्ली। इस साल पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं में 20% की कमी की खबर के बावजूद, दिल्ली-NCR का एयर क्वालिटी इंडेक्स अभी भी गंभीर कैटेगरी में है, जो 450 को पार कर गया है। ऐसा पंजाब और हरियाणा समेत पड़ोसी राज्यों से आने वाले पॉल्यूटेंट प्रदूषण फैलाने वाले कण की वजह से हुआ है। क्या प्रदूषण का मुद्दा पराली से जुड़ा है? ये सवाल सोमवार को संसद में उठाया गया। इस मुद्दे को पंजाब से कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने उठाया जिस पर जवाब  पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने दिया। सवाल का जवाब देते हुए मंत्री ने संसद को बताया कि 2022 की तुलना में 2025 में पंजाब और हरियाणा में पराली में आग लगाने की घटनाओं में 90% की कमी आई है।

सदन में सरकार का जवाब

सदन में बताया गया कि दिल्ली में पहले की तुलना में देखें तो एयर क्वालिटी में लंबे समय से सुधार हो रहा है, लेकिन सर्दियों की चुनौतियां बनी हुई हैं। सरकार ने माना है कि पराली जलाना दिल्ली-NCR में सर्दियों के प्रदूषण में एक अहम वजह है, लेकिन इसके साथ और भी कई कारण हैं। जैसे गाड़ियों से निकलने वाला धुआं, इंडस्ट्रियल प्रदूषण, कचरा जलान भी इसकी वजह हैं।

वायु प्रदूषण के कई कारण

 राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र  में वायु प्रदूषण कई कारकों का सामूहिक नतीजा है, जिसमें एनसीआर में गाड़ियों से प्रदूषण, औद्योगिक प्रदूषण, कंस्ट्रक्शन का काम और डेमोलिशन से धूल, सड़क और खुले क्षेत्रों की धूल, बायोमास जलाना, नगरपालिका के ठोस कचरे को जलाना, लैंडफिल में आग, बिखरे हुए कचरे से वायु प्रदूषण आदि के साथ-साथ कई मौसम संबंधी फैक्टर शामिल हैं।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 


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