ओमान के बाजार में पहुंचा कर्नाटक का देसी नींबू, जीआई-टैग इंडी लाइम ने बनाई पहचान

20 Dec 2025 15:21:26


नई दिल्ली। भारत के कृषि निर्यात क्षेत्र के लिए यह एक उत्साहजनक पल है। कर्नाटक के विजयपुरा जिले में उगने वाला जीआई-टैग प्राप्त इंडी लाइम यानी देसी नींबू अब अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपनी अलग पहचान बना रहा है। 19 दिसंबर 2025 को 3 मीट्रिक टन इंडी लाइम की पहली खेप ओमान के लिए रवाना की गई, जिससे इस खास भारतीय फल ने खाड़ी देशों के बाजार में औपचारिक रूप से प्रवेश कर लिया।

भारतओमान व्यापार समझौते से मिली रफ्तार

इंडी लाइम का ओमान पहुंचना इसलिए भी खास है क्योंकि हाल ही में भारत और ओमान के बीच व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौता, यानी CEPA, लागू हुआ है। इस समझौते का उद्देश्य दोनों देशों के बीच व्यापार को आसान बनाना और भारतीय उत्पादों के लिए नए बाजार खोलना है। कृषि और खाद्य उत्पाद इस समझौते के प्रमुख लाभार्थी माने जा रहे हैं। इंडी लाइम की सफल खेप यह संकेत देती है कि इस समझौते से भारतीय किसानों और निर्यातकों को सीधे तौर पर फायदा मिलना शुरू हो गया है।

दुबई से शुरू हुई थी अंतरराष्ट्रीय यात्रा

इंडी लाइम की वैश्विक यात्रा की शुरुआत अगस्त 2025 में हुई थी, जब 24 अगस्त को 3 मीट्रिक टन की पहली खेप दुबई भेजी गई। वहां इस देसी नींबू को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली। खाड़ी देशों में इसकी खुशबू, ज्यादा रस और लंबी शेल्फ लाइफ को खूब सराहा गया। इसी सकारात्मक प्रतिक्रिया का नतीजा रहा कि दुबई के लिए बाद में लगभग 12 मीट्रिक टन इंडी लाइम का निर्यात किया गया, जो शुरुआती मात्रा से चार गुना ज्यादा था।

बागवानों की आय को मिला नया सहारा

इस निर्यात से विजयपुरा जिले के बागवानों को सीधा लाभ मिला है। अब वे सिर्फ घरेलू मंडियों के उतार-चढ़ाव पर निर्भर नहीं हैं, बल्कि प्रीमियम अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक उनकी पहुंच बन रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि इंडी लाइम की यह सफलता भारत को क्षेत्र-विशिष्ट और उच्च गुणवत्ता वाले कृषि उत्पादों का भरोसेमंद आपूर्तिकर्ता बनाने की दिशा में एक मजबूत कदम है, जो आने वाले वर्षों में देश के कृषि-निर्यात को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकती है।

 


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