पौधों के कीट और रोग दूर करने के लिए कौन से घरेलू उपाय करें

21 Dec 2025 13:00:51


नई दिल्ली।अगर आप घर में गार्डनिंग करते हैं, तो आपने देखा होगा कि प्लांट को कीड़े और बीमारियां जल्दी पकड़ लेती हैं। ये कीट धीरे-धीरे पौधों की पत्तियां, तना, जड़ खराब कर देते हैं। कई लोग तुरंत मार्केट से केमिकल वाला स्प्रे लेकर छिड़क देते हैं, लेकिन ये उपाय हर बार सुरक्षित नहीं होते।ये दवाइयां पौधे के साथ मिट्टी और हमारे स्वास्थ्य पर भी असर डालती हैं। इसीलिए गार्डनर घरेलू उपायों को ज़्यादा अपनाने लगे हैं। घर में मौजूद चीज़ें कीटों और बीमारियों से लड़ने में बहुत मददगार होती हैं। न तो इनका कोई साइड इफेक्ट होता है और न ही ज्यादा खर्च आता है।

पौधों को कीट और बीमारी से कैसे बचाएं

गार्डनिंग करते समय पौधे में कीड़े और रोग लग जाते हैं, जो हमारे पौधों को बहुत ज्यादा नुकसान पहुचाते हैं। इस लेख में पौधों को कीट और रोगों से कैसे बचाया जा सकता है।पौधों को कीट और बीमारी से कैसे बचाएं?, के उपाय निम्न प्रकार हैं।

 नीम का तेल स्प्रे

नीम का तेल पौधों के लिए सबसे असरदार जैविक कीटनाशक माना जाता है। यह लगभग सभी प्रकार के कीटों जैसे एफिड, व्हाइटफ्लाई, मीलिबग, और थ्रिप्स पर असर करता है। एक लीटर पानी में 5-10 मिली नीम का तेल और थोड़ा लिक्विड सोप मिलाकर स्प्रे बनाएं और इसे सप्ताह में दो बार पौधों पर छिड़कें।

 लहसुन और मिर्च का घोल

लहसुन और लाल मिर्च दोनों में प्राकृतिक कीटनाशक गुण होते हैं। 10-12 लहसुन की कलियां, 2-3 हरी या सूखी मिर्च और थोड़ा पानी मिलाकर पेस्ट बनाएं। इसे एक लीटर पानी में घोलकर छान लें और स्प्रे की तरह इस्तेमाल करें। यह घोल कीड़ों को दूर भगाने और फंगल संक्रमण से बचाने में बहुत असरदार होता है।

दही या छाछ का प्रयोग

छाछ या खट्टा दही में लाभकारी बैक्टीरिया होते हैं जो हानिकारक फंगल संक्रमण को खत्म करने में मदद करते हैं। एक भाग छाछ को चार भाग पानी में मिलाकर स्प्रे बनाएं और सप्ताह में एक बार पत्तियों पर छिड़कें। यह विशेष रूप से पत्तों पर लगने वाले सफेद फफूंदी से बचाव करता है।

लकड़ी की राख का छिड़काव

लकड़ी या गोबर की राख में पोटाश और अन्य खनिज तत्व होते हैं, जो मिट्टी को पोषक बनाते हैं और कीटों को भगाने में मदद करते हैं। पौधों की जड़ों के पास और पत्तियों पर हल्की मात्रा में राख छिड़कने से कीट दूर रहते हैं, विशेषकर स्लग और एफिड जैसे कीट। यह नमी सोख लेती है जिससे फंगस पनप नहीं पाता।

तुलसी के पत्तों का घोल

तुलसी के पत्तों में एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होते हैं। 15-20 तुलसी के पत्तों को पानी में पीसकर छान लें और उस पानी को स्प्रे की तरह इस्तेमाल करें। यह घोल विशेष रूप से मच्छरों, मक्खियों और छोटे कीड़ों को पौधों से दूर रखने में मदद करता है। तुलसी की खुशबू कीड़े दूर भगाती है और पौधों को ताजगी देती है।


Powered By Sangraha 9.0