घर की हवा भी शुद्ध, खांसी भी दूर, इन पौधों से मिलेगा डबल फायद

22 Dec 2025 14:21:02


नई दिल्ली।बदलते मौसम, पॉल्यूशन और ठंड की वजह से खांसी आजकल एक आम समस्या बन गई है। दवाइयों से राहत मिल जाती है, लेकिन कई लोग प्राकृतिक और सुरक्षित तरीकों को अपनाना पसंद करते हैं। ऐसे में अक्सर सवाल आता है खांसी आने पर कौन सा पौधा काम आता है या खांसी आने पर कौन से पौधे का उपयोग करते हैं? तो बता दें कि हमारे आस-पास कई ऐसे मेडिसिनल पौधे मौजूद हैं  जो खांसी को ठीक करने, गले की इरिटेशन कम करने और इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं। तुलसी, अदूसा, मुलेठी, पुदीना और अजवायन जैसे पौधे हर्बल ट्रीटमेंट में पुराने समय से उपयोग किए जाते रहे हैं।

खांसी दूर करने में काम आने वाले पौधे

खांसी दूर करने में काम आने वाले पौधे न सिर्फ हवा को शुद्ध बनाते हैं, बल्कि प्राकृतिक रूप से राहत भी देते हैं। घर में मौजूद ये औषधीय पौधे कफ, सर्दी और खांसी जैसी समस्याओं को कम करने में बेहद कारगर माने जाते हैं। नियमित देखभाल के साथ ये पौधे आपकी सेहत को प्राकृतिक सुरक्षा देते हैं। खांसी से राहत देने वाले बेस्ट पौधे निम्न हैं।

तुलसी

तुलसी न केवल खांसी में लाभ देती है, बल्कि घर के गार्डन में उगाने के लिए भी सबसे आसान पौधों में से एक है। यह गर्म और हल्की धूप में तेजी से बढ़ती है और बहुत कम देखभाल मांगती है। तुलसी की पत्तियों में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण मौजूद होते हैं, जो गले की सूजन कम करते हैं और खांसी में तुरंत राहत देते हैं। गार्डन में तुलसी होने का मतलब है कि आपके पास रोज ताज़ी औषधीय पत्तियाँ उपलब्ध रहेंगी जिनसे आप चाय, काढ़ा या हर्बल मिश्रण आसानी से बना सकते हैं। यह पौधा आपकी इम्यूनिटी मजबूत रखने में भी अहम भूमिका निभाता है।

मुलेठी

मुलेठी एक बहुवर्षीय जड़ी-बूटी है जिसे गार्डन में धूप वाली जगह पर लगाया जाए तो तेजी से बढ़ती है। इसका पौधा जड़ आधारित औषधीय मूल्य रखता है, जो खांसी और गले की जलन के लिए अत्यंत उपयोगी है। मुलेठी की जड़ में मौजूद प्राकृतिक तत्व गले को कोमल बनाते हैं, सूखी और लगातार आने वाली खांसी को शांत करते हैं। यदि गार्डन में मुलेठी लगाई हो, तो आप इसकी जड़ें सुखाकर लंबे समय तक इस्तेमाल कर सकते हैं।

अदूसा

अदूसा एक सदाबहार औषधीय पौधा है, जिसे गार्डन में लगाना आसान और फायदेमंद है। यह कम पानी में भी अच्छी तरह बढ़ता है और इसकी पत्तियाँ खांसी, बलगम और अस्थमा में बहुत प्रभावी मानी जाती हैं। गार्डन में अदूसा रखने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि खांसी होने पर आप तुरंत इसकी ताजी पत्तियाँ लेकर काढ़ा या रस बना सकते हैं। यह पौधा श्वसन तंत्र की सफाई करता है और सूखी तथा गीली दोनों तरह की खांसी में राहत देता है।

पुदीना

पुदीना गार्डन की खूशबू बढ़ाने के साथ-साथ खांसी में भी बेहद फायदेमंद है। यह तेजी से फैलने वाला पौधा है, जिसे धूप और नमी वाली मिट्टी में आसानी से उगाया जा सकता है। पुदीना की पत्तियों में मौजूद मेंथॉल गले को ठंडक देता है और खांसी की तीव्रता कम करता है। इसकी भाप या चाय से खांसी और जमाव दोनों में आराम मिलता है।

गिलोय

 एक चढ़ने वाली लता है जिसे बगीचे की दीवार, जाली या पेड़ के सहारे आसानी से उगाया जा सकता है। यह पौधा इम्यूनिटी बढ़ाने में अद्वितीय है और खांसी-सर्दी में तेजी से आराम देता है। गिलोय की ताजी बेल से निकाला गया रस या काढ़ा गले की सूजन कम करता है और संक्रमण से लड़ने में मदद करता है।

 

 


Powered By Sangraha 9.0