
नई दिल्ली।पपीता एक बहुत ही पॉपुलर ट्रॉपिकल प्लांट है, जिसे लोग घर के गार्डन या गमलों में आसानी से ग्रो कर लेते हैं। लेकिन अक्सर यह देखा जाता है कि पपीते के फूल, फल बनने से पहले ही झड़ने लगते हैं। यह प्रॉब्लम पौधे की ग्रोथ को रोक देती है और आगे फ्रूटिंग पर भी नेगेटिव इम्पैक्ट डालती है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे गलत सिंचाई, कम पोषक तत्व या मौसम में बार-बार बदलाव आदि। इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि, पपीते के फूल झड़ने के मुख्य कारण क्या है।
पपीते के फूल क्यों गिरते हैं, जानें कारण
अनियमित सिंचाई
(अगर पौधे को कभी ज़्यादा तो कभी बहुत कम पानी मिलता है तो रूट्स को पर्याप्त नमी नहीं मिल पाती, जिससे फ्लावर्स झड़ने लगते हैं।
पोषक तत्वों की कमी
नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटाश जैसे जरूरी न्यूट्रिएंट्स की कमी होने पर पपीते का पौधा कमजोर हो जाता है और फ्लावरिंग सही तरीके से नहीं होती।
तापमान में तेज बदलाव
बहुत गर्म या बहुत ठंडा क्लाइमेट पौधे के लिए स्ट्रेस पैदा करता है और उसका सीधा असर फ्लावर्स पर दिखाई देता है।
तेज हवा या लगातार बारिश
बरसात या तेज़ हवा के कारण फूल डैमेज हो जाते हैं और उनका गिरना शुरू हो जाता है।
कीट या रोग
एफिड्स या माइट्स जैसे कीट पपीते के फ्लावर्स को नुकसान पहुँचाते हैं। इसके अलावा फंगस की वजह से भी फूल समय से पहले झड़ जाते हैं।
अधिक नाइट्रोजन वाली खाद
अगर आप पौधे को बार-बार नाइट्रोजन आधारित फर्टिलाइजर देते हैं, तो फ्लावरिंग की बजाय पौधा सिर्फ पत्तों पर ग्रोथ देने लगता है और फ्लावर्स गिर जाते हैं।