
नई दिल्ली।फूलों से भरे पौधे न केवल घर को सजाते हैं, बल्कि मन को भी खुश कर देते हैं, लेकिन अक्सर लोग यह सोचकर परेशान हो जाते हैं कि आखिर किस तरह की मिट्टी इस्तेमाल करें, जिससे पौधे स्वस्थ रहें और खूब फूल भी दें। वर्ल्ड सॉइल डे 2025 के अवसर पर मिट्टी के महत्व को समझना और भी जरूरी हो जाता है, क्योंकि स्वस्थ मिट्टी ही पौधों की असली जिंदगी है। खासकर फूल देने वाले नाजुक पौधों के लिए सही मिट्टी चुनना बेहद जरूरी है, क्योंकि मिट्टी ही उनके विकास और फूलों की संख्या तय करती है।
फूल वाले पौधों के लिए उपयुक्त मिट्टी
फूल वाले पौधों के लिए पहली शर्त है कि मिट्टी हल्की, झरझरी और पोषक तत्वों से भरपूर हो। ऐसी मिट्टी में पानी रुके नहीं, बल्कि आसानी से निकल जाए, जिससे पौधे की जड़ों तक सही मात्रा में ऑक्सीजन पहुंचे। जब जड़ों को सांस मिलती है, तभी पौधे मजबूत बनते हैं और उनमें फूल भरपूर आते हैं। सही मिट्टी का pH भी बहुत मायने रखता है। ज्यादातर फूल वाले पौधे 6 से 7 pH वाली हल्की न्यूट्रल मिट्टी में सबसे अच्छा बढ़ते हैं।
कौन से फूल के लिए कौन से मिट्टी उपयुक्त
हर पौधा अपनी जरूरत के हिसाब से मिट्टी मांगता है। गुलाब को ऐसी मिट्टी पसंद है जिसमें ड्रेनेज बढ़िया हो और जैविक खाद की मात्रा पर्याप्त हो।
गेंदे के पौधे
गेंदे के पौधे हल्की और पोषक मिट्टी में खूब फलते-फूलते हैं। ये गर्मी भी अच्छी झेल लेते हैं, इसलिए इनके लिए थोड़ी नमी और नियमित पानी ही पर्याप्त होता है।
पिटूनिया
पिटूनिया जैसे नरम पौधों के लिए कोकोपीट और रेत वाली मिट्टी सबसे उपयुक्त है। क्योंकि इन पौधों की जड़ें ज्यादा देर तक पानी सहन नहीं कर पातीं।
चमेली
चमेली के फूल के लिए हल्की चिकनी मिट्टी अच्छी मानी जाती है, जिसमें जैविक खाद मिलाकर इसकी ग्रोथ और खुशबू दोनों बढ़ाई जा सकती हैं।
गुड़हल
गुड़हल यानी हिबिस्कस काफी बड़े आकार का पौधा बन जाता है, इसलिए इसे गहरी और पोषक मिट्टी की जरूरत होती है। यह पौधा नमी पसंद करता है, इसलिए ऐसी मिट्टी जिसमें नमी बनी रहे।