
नई दिल्ली। सर्दियों के आते ही गुड़हल का पौधा सुस्त दिखने लगता है। गर्मियों में खूब फूल देने वाला यह पौधा ठंड में न तो कली बनाता है और न ही पत्ते चमकते हैं। कई बार पत्ते पीले होकर गिर भी जाते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि गुड़हल ट्रॉपिकल पौधा है और ठंड में अपनी ग्रोथ धीमी कर देता है। इसे डॉर्मेंसी कहते हैं।
ठंड में सिकुड़ जाती है पत्तियां
सर्दियों में गुड़हल के पत्तों का हल्का पीला होना सामान्य है, लेकिन ज्यादा पीलापन देखभाल की कमी दिखाता है। ठंड से जड़ें सिकुड़ जाती हैं और पौधा पोषक तत्व नहीं खींच पाता। अगर धूप कम मिले तो क्लोरोफिल घटता है, जिससे पत्ते पीले दिखते हैं। जरूरत से ज्यादा पानी देने पर फंगल इंफेक्शन भी हो सकता है।
पानी का रखे ध्यान
हफ्ते में सिर्फ 1–2 बार पानी दें।
तभी पानी डालें जब मिट्टी ऊपर से 2 इंच तक सूखी हो।
ज्यादा पानी जड़ों को नुकसान देता है और पौधा फूल बनाना रोक देता है।
कम पानी और सही अंतराल पौधे को मजबूत बनाए रखता है।
धूप का रखे ध्यान
गुड़हल को सर्दियों में कम से कम 6–7 घंटे की सीधी धूप चाहिए। कोशिश करें कि पौधा दक्षिण या दक्षिण-पूर्व दिशा में रखा हो। अगर घर में धूप कम आती है, तो हफ्ते में 2–3 बार पौधे को धूप वाली जगह 2–3 घंटे जरूर रखें। धूप मिलने से पौधा फिर से एक्टिव होता है और नई कलियां बनानी शुरू कर देता है।
सर्दियों में गुड़हल को खास तरह के पोषक की जरूरत
एक बाल्टी पानी में एक मुट्ठी सरसों की खली 12 घंटे भिगो दें।
सुबह इसे छानकर 1 हिस्सा घोल में 2 हिस्से साफ पानी मिलाएं।
महीने में सिर्फ दो बार यह घोल पौधे में डालें।
इससे पौधे को नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटैशियम मिलता है, जो नई कलियों के लिए जरूरी है।