
नई दिल्ली। आलू की तरह अब टमाटर भी किचन का बादशाह बन चुका है। पर क्या आप जानते हैं कि सब्जियों और ग्रेवी के जायके में चार चांद लगाने वाले इस टमाटर का गेंदा फूल कनेक्शन भी है? क्या आपने कभी सुना है कि गेंदा फूल लगाने से टमाटर खिलने लगते हैं? सुनने में अटपटा लगे पर ये पूरी तरह सच है।
टमाटर की खेती में गेंदा फूल कनेक्शन
सालभर डिमांड में रहने वाले टमाटर को उगाने की ऐसी एक तकनीक है, जिसे सुनकर कोई भी चौंक सकता है। ये तकनीक है गेंदा फूल वाली। टमाटर की खेती में गेंदा फूल एक बड़ा रोल अदा करता है और किसान की टेंशन खत्म करके उनके लिए टॉनिक का काम करता है।
गेंदा फूल की मदद से उगते हैं टमाटर?
जब किसान टमाटर की खेती करता है तो फसल में कई ऐसे कीट होते हैं, जो टमाटर की फसल को नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे में अगर किसान इस खर्चे से बचना चाहते हैं तो टमाटर की फसल के बीच में गेंदे का फूल लगा दें, फिर देखें कमाल। आपकी टमाटर की फसल भी बचेगी, साथ ही गेंदे के फूल भी फूलों से लद जाएंगे। आप टमाटर तो बेचेंगे ही, इसके साथ फूल का भी व्यापार कर सकते हैं।
कैसे काम करते हैं टमाटर और गेंदा फूल
कृषि वैज्ञानिक डॉ. बी के प्रजापति कहते हैं, इसे आसान भाषा में समझें तो इसे जाल लगाना कहते हैं। कीड़ों को डाइवर्ट करने के लिए एक तरह से जाल बिछाया जाता है। अगर हम टमाटर की फसल के चारों ओर गेंदा का फूल लगा देंगे तो टमाटर के फल में जो फल छेदक कीट लगते हैं।गेंदा का फूल लगा देते हैं, तो टमाटर में लगने वाले कीट गेंदा फूलों की ओर चले जाते हैं, जिससे टमाटर में लगने वाले कीटों से आपके टमाटर सुरक्षित हो जाते हैं।
कम खर्च में टमाटरों की सुरक्षा
किसानों के लिए गेंदा का फूल किसी टॉनिक से कम नहीं है, क्योंकि अगर आपको टमाटर की फसल से नुकसान हो रहा है, तो गेंदा के जो फूल हैं, उससे आप उसकी भरपाई कर सकते हैं। इसके अलावा टमाटर की फसल को कम खर्च में बचा भी सकते हैं। कीट को दूर करने के लिए भी दवाइयां का इस्तेमाल करना होता है लेकिन गेंदा का फूल इस खर्च को भी कम कर देता है।