यह किसान ने ग्लेडियोलस फूलों से कमाए लाखों रुपए, शादी-विवाह और गिफ्ट आइटम में रहती है मांग

09 Dec 2025 13:35:47


नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के कनौज जिले के छिबरामऊ विकासखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत मिघौली के मजरा मनिकापुर गांव के किसान विजेंद्र सिंह तोमर ने खेती का एक ऐसा मॉडल विकसित किया है, जो इलाके के अन्य किसानों के लिए प्रेरणा बन गया है। उन्होंने आलू और मक्का जैसी पारंपरिक फसलों को छोड़कर ग्लेडियोलस फूलों की खेती शुरू की है, जिससे उन्हें लाखों रुपये की आमदनी हो रही है।ग्लेडियोलस फूलों की बाजार में ऊंची मांग है। शादी-विवाह समारोहों से लेकर गिफ्ट आइटम तक में इनका बड़े पैमाने पर इस्तेमाल होता है। इस मांग और मुनाफे की संभावना को देखते हुए विजेंद्र सिंह ने मनिकापुर गांव में एक छोटे से खेत से इसकी खेती की शुरुआत की

मात्र 30 से 40 हजार रुपये की शुरुआती लागत

मात्र 30 से 40 हजार रुपये की शुरुआती लागत से शुरू हुई इस खेती ने जल्द ही उन्हें लाखों रुपये का लाभ दिलाया। किसान विजेंद्र सिंह के परिवार के अन्य सदस्य भी इस कार्य में शामिल हो गए, और आज उनकी खेती का क्षेत्रफल बढ़कर सैकड़ों बीघा तक पहुंच चुका है। विजेंद्र सिंह तोमर बताते हैं कि पहले उनके चाचा ने इसे छोटे स्तर पर शुरू किया था, लेकिन बढ़ती मांग और मुनाफे को देखते हुए उन्होंने पूरी तरह ग्लेडियोलस की खेती अपना ली।

कम लागत से अधिक मुनाफा

किसान अवनीश शाक्य के अनुसार, ग्लेडियोलस की खेती की खासियत यह है कि इसमें लागत कम और मुनाफा कई गुना अधिक होता है। यह फूल मौसम के अनुसार 3 से 4 माह में तैयार हो जाता है, और उचित देखभाल के साथ किसान न्यूनतम जोखिम में बेहतर आमदनी प्राप्त कर सकते हैं।इन फूलों की मांग केवल कन्नौज में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में बनी रहती है। हर साल बड़े पैमाने पर इन फूलों की सप्लाई दिल्ली, मुंबई, गुजरात, राजस्थान, लखनऊ और कानपुर सहित कई शहरों में की जाती है।

 

 


Powered By Sangraha 9.0