हॉर्टिकल्चर फसलों को बढ़ावा देने के लिए बिहार सरकार देगी आर्थिक सहायता

18 Mar 2025 14:45:19

पटना: बिहार सरकार किसानों को आत्मनिर्भर बनाने और हॉर्टिकल्चर फसलों  को बढ़ावा देने के लिए क्लस्टर बागवानी योजना चला रही है। इस योजना के तहत किसानों को अमरूद, आंवला, नींबू, बेल, लेमनग्रास, पपीता, गेंदा फूल, ड्रैगन फ्रूट और स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए अनुदान दिया जाएगा। इस योजना के अनुसार  अमरूद, आंवला, नींबू, बेल, लेमनग्रास, पपीता, गेंदा फूल) के लिए अधिकतम 1 लाख रुपये और स्ट्रॉबेरी व ड्रैगन फ्रूट के लिए 2 लाख रुपये का अनुदान राज्य सरकार कि  तरफ से दिया जाएगा। किसानों को यह अनुदान दो किस्तों में 65% और 35% के हिसाब से मिलेगा।

गेंदा फूल, पपीता और स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए बटाईदार किसान भी इस योजना का लाभ ले सकते हैं, लेकिन इसके लिए उन्हें एकरारनामा (किरायानामा) प्रस्तुत करना होगा।

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इस योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को कम से कम 0.25 एकड़ और अधिकतम 10 एकड़ भूमि पर चयनित फसलें उगानी होंगी। यदि भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र स्पष्ट नहीं है, तो किसानों को वंशावली प्रमाण पत्र देना अनिवार्य होगा।

सरकार इस योजना के तहत 30% महिला किसानों को प्राथमिकता दे रही है, ताकि वे आर्थिक रूप से सशक्त हो सकें। छोटे और सीमांत किसानों को भी प्राथमिकता दी जाएगी।

किसान इस योजना का लाभ लेने के लिए बिहार सरकार के उद्यान निदेशालय की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करते समय निम्नलिखित दस्तावेज आवश्यक होंगे: आधार कार्ड, बैंक पासबुक की प्रति, पासपोर्ट साइज फोटो, वंशावली प्रमाण पत्र (यदि आवश्यक हो), अनुदान सीधे बैंक खाते में मिलेगा। योजना के तहत अनुदान की राशि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) प्रणाली के माध्यम से किसानों के बैंक खाते में सीधे भेजी जाएगी।

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