
बिलासपुर: औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में जल्द ही बागवानी और कृषि से जुड़े दो नए ट्रेड शुरू होने जा रहा है। युवा किसान इससे कृषि और बागवानी के छेत्र में होने वाले नई तकनीकों से परिचित होकर अपना कैरियर बना सकेंगे। यह घोषणा तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने एचपी शिवा परियोजना के तहत करंगोड़ा क्लस्टर, घुमारवीं में हुए पौधरोपण कार्यक्रम के दौरान की।
मंत्री ने बताया कि परियोजना के तहत करंगोड़ा में पांच हेक्टेयर भूमि पर 5,500 पौधे लगाए जा रहे हैं, जिसमें मौसमी और स्वीट लाइम के पौधे शामिल हैं। इस पूरी योजना का खर्च एचपी शिवा परियोजना उठा रही है। किसानों को आधुनिक बागवानी तकनीकों से जोड़ने और उनकी आय बढ़ाने के लिए यह योजना बेहद महत्वपूर्ण साबित होगी।
इसे भी पढ़ें: मुख्या मंत्री ने बागवानी छेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए किसानों को सम्मानित किया
परियोजना के तहत किसानों को ड्रिप इरिगेशन, उन्नत बीज, कीट नियंत्रण और जैविक खेती जैसी नई तकनीकों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इससे वे अपनी फसलों को बाजार से सीधे जोड़ सकेंगे, जिससे बिचौलियों की भूमिका कम होगी और उन्हें उचित मूल्य मिलेगा।
तकनीकी शिक्षा मंत्री ने कहा कि आधुनिक कृषि तकनीकों से कम लागत में अधिक उत्पादन संभव है और इससे किसानों की आमदनी कई गुना बढ़ेगी। इसके अलावा, नई कृषि मशीनरी, उन्नत बीज, खाद और अन्य सुविधाएं भी किसानों को दी जाएंगी।
इस अवसर पर परियोजना निदेशक डॉ. देवेंद्र ठाकुर, उप निदेशक उद्यान माला शर्मा, जिला समन्वय अधिकारी डॉ. संदीप शर्मा, सहित कई अधिकारी और बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे। एचपी शिवा परियोजना किसानों को पारंपरिक खेती से आगे बढ़ाकर व्यावसायिक बागवानी की ओर ले जाने का एक सुनहरा अवसर है।