इनका रखरखाव भी सुनिश्चित किया जाएगा। यह पार्क एयरपोर्ट के पास आईटी सिटी के उन सेक्टरों में बनाए जा रहे हैं जहां नामी यूनिवर्सिटियां और कंपनियों के मुख्यालय भी हैं। GMADA का यह ड्रीम प्रोजेक्ट न केवल आईटी सिटी बल्कि आसपास के क्षेत्रों जैसे एरोसिटी, जीरकपुर और मोहाली के गांवों को भी लाभ पहुंचाएगा।
पार्कों में उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, कोलकाता और बिहार से लाई गई दुर्लभ किस्मों के पौधे लगाए जाएंगे। खास बात यह है कि पार्क बनाने वाली कंपनी को तीन साल तक इनका रखरखाव भी करना होगा।
पार्कों में कोलकाता और महाराष्ट्र की प्रीमियम किस्में होंगी, जबकि बोगनविलिया गार्डन में रंग-बिरंगे और दोहरे रंग वाले फूलों की किस्में दिखाई देंगी। पांचों पार्कों का डिज़ाइन अंतरराष्ट्रीय स्तर का होगा, जिससे ये पार्क मोहाली की नई पहचान बनेंगे और लोगों को अब चंडीगढ़ जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।