वैज्ञानिक तरीके अपनाकर किसान बढ़ा सकते हैं बागवानी से आय

23 May 2025 11:20:59

kannauj new
 
 
कन्नौज: कन्नौज जिले में बड़ी संख्या में किसान बागवानी की ओर रुख कर रहे हैं। अगर यह काम वैज्ञानिक तरीकों से किया जाए, तो किसानों की आमदनी कई गुना बढ़ सकती है। यह कहना है कृषि वैज्ञानिक डॉ. अमर सिंह का। डॉ उन्होंने आगे कहा कि कई बार जरूरी बातों की अनदेखी से किसानों को नुकसान उठाना पड़ता है या फिर उन्हें उम्मीद के अनुसार लाभ नहीं मिल पाता। बागवानी की सफलता के लिए सबसे जरूरी है कि किसान अपनी मिट्टी की गुणवत्ता, धूप की उपलब्धता, खाद और पानी की व्यवस्था को ठीक से समझें।
 

उन्होंने बताया कि बागवानी के लिए खेत का वह हिस्सा चुनना चाहिए जहां भरपूर धूप आती हो। सीधे जमीन में बागवानी करना कंटेनर या उभरी हुई क्यारी की तुलना में ज्यादा लाभकारी होता है, क्योंकि इससे पौधों को भूजल आसानी से मिल जाता है और सिंचाई की जरूरत भी कम पड़ती है।

इसे भी पढ़ें:बागवानी: लंबी उम्र और अच्छी सेहत का प्राकृतिक मंत्र

डॉ. सिंह ने बताया कि ऊसर जमीन में बेर, बेल और आंवला जैसे फल उगाए जा सकते हैं, जबकि उपजाऊ भूमि में केला, पपीता, आम और अमरूद की खेती बेहतर रहती है। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि अगर किसान मशीन से 5 फीट गहरा गड्ढा खोदकर मिट्टी हटा दें, तो ऊसर जमीन को भी बागवानी के लायक बनाया जा सकता है।

 

अच्छी फसल के लिए 1 मीटर गहरा गड्ढा खोदकर उसमें करीब 1 क्विंटल सड़ी हुई गोबर की खाद भरें। साथ ही कृषि वैज्ञानिकों की सलाह से उचित उर्वरकों का प्रयोग करें। यह तरीका न सिर्फ मिट्टी की गुणवत्ता सुधारेगा, बल्कि उत्पादन में भी बढ़ोतरी करेगा। डॉ. सिंह का कहना है कि यह समय बागवानी शुरू करने के लिए बिल्कुल सही है। यदि किसान इन उपायों को अपनाएं, तो वे खेती से अधिक मुनाफा कमा सकते हैं।

 
Powered By Sangraha 9.0