
तेज हवाओं और तूफान के कारण पेड़ और बिजली के खंभे सड़कों पर गिर गए, जिससे मेरठ-गढ़, हापुड़-किठौर समेत देहात की कई सड़कों पर आवागमन रुक गया। जंगलों और दूरस्थ इलाकों में बिजली अभी तक पूरी तरह बहाल नहीं हो पाई है।
सबसे अधिक नुकसान बागवानी को हुआ है। माछरा ब्लॉक के बागों में आम की ढेर सारी फसलें टूटकर जमीन पर गिर गईं। इस साल तापमान ज्यादा रहने और मौसम में लगातार बदलाव के कारण आम पर बौर कम आया। कीटनाशक दवाओं से कुछ हद तक बचाव किया गया, लेकिन हाल की आंधी ने सारी मेहनत पर पानी फेर दिया।
बागवान श्याम विवेक त्यागी, मोहसिन, हारून और रिफाकत ने बताया कि दशहरी, लंगड़ा, चौसा और गुलाब जामुन जैसी किस्मों का उत्पादन बेहद कम हुआ है। इससे आम की कीमतों में भारी उछाल आने की संभावना है।
वरिष्ठ उद्यान निरीक्षक संजय सिंह ने प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया और बताया कि जल्द ही नुकसान का सर्वे कराकर रिपोर्ट लखनऊ भेजी जाएगी, ताकि बागवानों को कुछ राहत मिल सके।