
यह अंतरराष्ट्रीय आयोजन 6 दिनों तक चला, जिसमें गुलाबों की नई प्रजातियों, उनकी देखभाल, रोग प्रतिरोधक क्षमता और बागवानी के आधुनिक तरीकों पर विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान और शोधपत्र प्रस्तुत किए गए। इसमें गुलाब प्रेमियों, विशेषज्ञों और आगंतुकों ने भाग लिया।
इटली की डॉ. मारिया ईवा और न्यूजीलैंड के हेडन फाइल्स ने गुलाबों की रोग प्रतिरोधक शक्ति पर शोध साझा किया। उन्होंने पुराने गुलाबों की मजबूती और आधुनिक गुलाबों में सावधानी की जरूरत पर जोर दिया। जर्मनी, अमेरिका, यूके और स्वीडन के विशेषज्ञों ने भी गुलाबों की विविध प्रजातियों और उनके इतिहास पर प्रकाश डाला।
मध्य प्रदेश रोज सोसाइटी के प्रतिनिधियों ने जापान के प्रमुख गुलाब उद्यानों की सैर की और भारत के राजदूत सी.बी. जॉर्ज से भी भेंट की।
एक और बड़ी घोषणा यह हुई कि अगला वर्ल्ड रोज कन्वेंशन 2028 में भोपाल में होगा। इसमें 700 से अधिक देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। एमपी टूरिज्म बोर्ड ने जापान में इसकी औपचारिक घोषणा की। यह आयोजन न केवल गुलाबों का उत्सव होगा बल्कि मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत और सुंदरता को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करेगा।