लखनऊ: मई-जून के महीने खास तौर पर कुछ फलों की खेती के लिए सबसे बेहतर माने जाते हैं। इन महीनों में यदि किसान नीचे बताए गए पांच फलों की खेती करें, तो उन्हें कम समय में बेहतर उत्पादन और बाजार में अच्छा दाम मिल सकता है।
पपीता
पपीता एक ऐसा फल है जो गर्म जलवायु में आसानी से उगता है। मई-जून पपीता की रोपाई के लिए आदर्श समय है। इसकी खेती के 6–8 महीने बाद फल मिलने लगते हैं और एक बार लगने के बाद 2 से 3 साल तक फल देता है। प्रति हेक्टेयर किसान 30 से 40 टन उपज प्राप्त कर सकते हैं।
केला
केले की खेती गर्म प्रदेशों में बेहद सफल होती है। महाराष्ट्र, गुजरात, आंध्र प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में मई-जून में इसकी खेती शुरू की जाती है। प्रति हेक्टेयर 30–35 टन उपज मिल सकती है और किसान 2–3 लाख रुपये तक की आमदनी कर सकते हैं।
आम
फलों का राजा आम मई-जून में बाजार में छा जाता है। हालांकि, यही समय नई पौध लगाने के लिए भी उपयुक्त होता है। दशहरी, लंगड़ा, तोतापरी जैसे किस्मों की खेती कर किसान लंबे समय तक मुनाफा कमा सकते हैं।
खरबूजा
खरबूजे की खेती कम लागत और कम पानी में हो जाती है। मई में बोने पर यह 2–3 महीने में तैयार हो जाता है। प्रति बीघा 60 से 80 क्विंटल उपज मिल सकती है।
तरबूज
तरबूज गर्मी का सबसे लोकप्रिय फल है। मई-जून में इसकी मांग चरम पर होती है। समय पर बुवाई और सही सिंचाई से प्रति हेक्टेयर 20–25 टन उपज संभव है। इसकी खेती किसान को अच्छी आय दे सकती है।