एंटी हेलनेट से मिलेगी फसलों को सुरक्षा, बागवानों को लिए राहत

31 May 2025 14:01:45

hailnet new
 
 
मंडी: हिमाचल प्रदेश का मंडी जिला बागवानी के लिए मशहूर है, लेकिन प्राकृतिक आपदा से किसान परेशान रहा करते थें। लेकिन बागवानी विभाग ने इसके लिए एक समाधान निकाला है। ओलावृष्टि से बचाव के लिए एंटी हेलनेट (ओलावृष्टि रोधी जाल) उपलब्ध कराया जा रहा है ताकि फसल पर ओला का कोई प्रभाव नहीं पड़े। हाल के वर्षों में अप्रैल से जून के बीच अचानक होने वाली ओलावृष्टि ने किसानों के लिए परेशानियां बढ़ा दी थीं।
 

इस बार हालात कुछ बदले-बदले नजर आए। राज्य सरकार और बागवानी विभाग की ओर से किसानों को ओलावृष्टि से बचाने के लिए एंटी हेलनेट (ओलावृष्टि रोधी जाल) जालों को सब्सिडी पर उपलब्ध कराया जा रहा है, जिससे ज्यादा से ज्यादा किसान इसका लाभ उठा सकें।

इसे भी पढ़ें: बिहार में शुरू हुई "गेंदा फूल विकास योजना, किसानों की बढ़ेगी आमदनी

कृषि विज्ञान केंद्र मंडी के बागवानी विशेषज्ञ डॉ. लक्ष्मीकांत शर्मा के अनुसार, इस वर्ष ओलावृष्टि से अब तक केवल 3 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है, जबकि पहले यह नुकसान कई गुना अधिक होता था। उन्होंने बताया कि यदि किसान इन जालों का प्रयोग नहीं करते, तो नुकसान और भी ज्यादा हो सकता था।

 

बागवानों ने इस नई तकनीक का स्वागत करते हुए कहा कि यह उनके लिए एक नई उम्मीद है। बदलते मौसम में यह तकनीक उनकी फसलों और आय को सुरक्षित करने में सहायक सिद्ध हो रही है।

 

मंडी जिला अब राज्य के बागवानी मानचित्र पर एक उदाहरण बनकर उभर रहा है, नई तकनीक और इसके साथ साथ सरकारी सहायता ने किसानों में उत्साह बढ़ा दिया है। उम्मीद है कि इससे किसान अपनी पैदावार में इज़ाफ़ा करेंगे, जिससे उनकी आमदनी भी बढ़ेगी।

 
Powered By Sangraha 9.0