फलों में सबसे अधिक उत्पादन केले से हुआ, जिसकी मात्रा 2,35,781.25 मीट्रिक टन रही और यह 3,125 हेक्टेयर में उगाया गया। अन्य फलों का उत्पादन दर भी बहुत संतोषजनक रहा। पपीता, खरबूजा और तरबूज की उत्पादकता क्रमशः 45.4, 26.216 और 42.412 मीट्रिक टन प्रति हेक्टेयर रही।
सब्जियों में टमाटर, गोभी, फूलगोभी, लौकी, तोरई, प्याज, भिंडी, बैंगन, अरबी, मूली, लहसुन और हरी मिर्च जैसी फसलों ने बेहतर प्रदर्शन किया। तीन प्रमुख सब्जियों का उत्पादन इस प्रकार रहा: फूलगोभी (94,888.772 मी. टन), तोरई (1,04,869.635 मी. टन) और टमाटर (23,441.25 मी. टन)।
जिला उद्यान अधिकारी का कहना है कि किसानों ने सरकार द्वारा दी गई सब्सिडी से वैज्ञानिक तकनीकों से खेती की, जिस कारण फलों और सब्जियों के उत्पादन में तेजी से इजाफा हुआ है।