राजधानी दिल्ली में पेड़ों की जड़ों से हट रहा कंक्रीट, जून तक काम पूरा करने का लक्ष्य

    14-Jun-2025
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दिल्ली में नगर निगम (MCD) ने राजधानी में पर्यावरण संरक्षण को लेकर एक अहम कदम उठाया है। पूरे प्रदेश में पेड़ों की जड़ों पर जमे कंक्रीट को हटाने के लिए MCD ने जून तक की समय सीमा तय कर रखी है। साथ ही नगर निगम ने ऐसे 13 हजार से ज्यादा पेड़ों की पहचान कर इन पेड़ों में से लगभग 12 से ज्यादा पेड़ों की जड़ों से कंक्रीट को हटा भी लिया है। जबकि बाकी बचे हुए पेड़ों से भी कंक्रीट हटाने का काम जून के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा।

कंकड़-पत्थर और सीमेंट से ढके होने के कारण दिल्ली के हजारों पेड़ों की जड़ों को सालों से न तो पानी मिल रहा है और न ही हवा का संपर्क हो पा रहा है, जबकि कानून के मुताबिक पेड़ की जड़ों के एक मीटर के हिस्से पर मिट्टी होनी चाहिए। इसको लेकर दिल्ली हाईकोर्ट ने भी निर्देश जारी किया है। वहीं, पर्यावरण विशेषज्ञों का मानना है कि मिट्टी को पेड़ों की जड़ों के दो मीटर के दायरे में रखना जरूरी है। यदि मिट्टी के ऊपर घास हो तो और भी अच्छा है, क्योंकि घास मिट्टी को नम रखती है। ताकि पेड़ों की जड़ों को साल भर आवश्यकतानुसार हवा और पानी मिलता रहता है। लेकिन जड़ें कंक्रीट से ढकी होने के कारण पुराने पेड़ों के तने लगातार कमजोर हो रहे हैं। इनके तने कंक्रीट से कट रहे हैं और सूख कर खोखले हो रहे हैं, जिससे तूफान के दौरान ये पेड़ तेजी से गिर रहे हैं।

उद्यान विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, ये सभी दशकों पुराने पेड़ थे। निगम क्षेत्र में पेड़ों के रखरखाव की जिम्मेदारी उद्यान विभाग की है, लेकिन पेड़ों की जड़ों से कंक्रीट हटाने का काम इंजीनियरिंग विभाग का है। करीब पांच साल पहले दिल्ली हाई कोर्ट के निर्देश के बाद एमसीडी ने डी-कंकरीटाइजेशन के लिए पेड़ों का सर्वे करने का काम शुरू किया था, लेकिन यह काम अब तक पूरा नहीं हो सका है।