
हरियाली को बढ़ावा देने के लिए महाराष्ट्र सरकार दृढ़ता से काम कर रही है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अपने 22 राज्य विभागों और तीन केंद्रीय प्राधिकरणों को 'हरित महाराष्ट्र, समृद्ध महाराष्ट्र' अभियान के तहत 10 करोड़ पेड़ लगाने के लिए आदेश जरी किया है। ऐसी संभावना जताई भी रही है है कि इस साल अगस्त महीने तक इस महत्वपूर्ण अभियान को पूरा भी कर लिया जायेगा। दूसरी तरफ इस तरह के चलाये गए अभियानों में पहले लगाए गए पेड़ों के जीवित रहने के प्रतिशत पर सवाल भी उठ रहे हैं और यह कहा जा रहा है कि कहीं ऐसा न हो कि यह आयोजन भी महज दिखावा भर ही हो।
जबकि यह भी पता नहीं चला है कि इस महत्वपूर्ण अभियान की घोषणा और उन्हें दिए गए लक्ष्यों से पहले अन्य विभागों से परामर्श किया गया है या नहीं? लेकिन जब उसके लिखित आदेश सार्वजनिक हुए तो सभी को आत्मसंतोष हुआ। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा हाल ही में दिए गए निर्देशों के जवाब में, राजस्व और वन विभागों ने को एक आदेश पारित किया, जिसमें अधिकारियों को वृक्षारोपण की जिम्मेदारी लेने के लिए कहा गया। शहतूत के रोपण के लिए कपड़ा विभाग को चार करोड़ पेड़ों का उच्चतम लक्ष्य दिया गया है, जो रेशम के कीड़ों के लिए प्राथमिक भोजन स्रोत है और रेशम के उत्पादन के लिए उपयोग किया जाता है। इसी तरह अन्य विभागों को भी टास्क दिए गए हैं।