
कुल्लू फलोत्पादक मंडल के प्रधान प्रेम शर्मा ने स्पष्ट किया कि बागवान अपने फल बेचने के लिए पूरी तरह स्वतंत्र है और सरकार ने इस पर कोई रोक नहीं लगाई है। उन्होंने झूठी खबरें फैलाने वालों पर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि एक कई दिनों से सोशल मीडिया में खबर को फैलाई जा रही कि बागवान अपने सेब को बगीचों में ही सीधे नहीं बेच सकते जो की बिल्कुल निराधार और झूठी अफवाह है। उन्होंने कहा कि बागवान अपने फलों को बेचने के लिए पूरी तरह स्वतंत्र है और वह फलों को कहीं भी बेच सकते हैं।
दरअसल, वर्तमान में हिमाचल सेब उत्पादकों के बीच एक अफवाह फैली हुई है कि अब सरकार एक सस्ते दामों पर किसानों से सेब खरीदेगी जिससे किसानों को बाजार से कम कीमतों पर ही अपने उत्पाद बेचने पड़ेगे। इससे किसानों में भारी असंतोष देखा जा रहा है।
सरकार द्वारा इस पर किसी प्रकार का अंकुश नहीं लगाया गया है। 13 जून को शिमला में बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी की अध्यक्षता में कृषि उपज एवं विपणन समिति‚ एचपीएमसी‚ बागवान संगठनों‚ अग्रणी बागवानों की संयुक्त बैठक हुई थी। इस बैठक में बागवानी संबंधित सभी विषयों पर विचार विमर्श किया गया। बैठक में कुछ आढ़तियों ने इस प्रकार की मांग रखी थी, लेकिन इस पर फलोत्पादक मंडल सहित सभी बागवानी संगठनों और बागवानों ने इसका पुरजोर विरोध किया। इसलिए इस विषय पर विचार ही नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि उन्होंने मंत्री के समक्ष इस प्रकार की मांग को बागवान विरोधी बताया। उन्होंने कहा कि बागवान अपने फलों को अपनी मर्जी से बेचने के लिए पूरी तरह स्वतंत्र है इस पर सरकार की ओर से कोई रोक नहीं लगाई गई है। सरकार से इस प्रकार की भ्रामक खबरों को फैलाने वालों पर शीघ्र सख्त कार्यवाही करने की मांग की।