
वैसे तो पूरे देश में बागवानी के प्रति रुझान बढ़ता जा रहा है और लोग अपनी मेहनत और पैसा लगाकर लाभ भी कमा रहे हैं। यही कारण है कि सरकारे चाहे वह केंद्र की हो या राज्यों की सभी द्वारा इस दिशा में सकारात्मक सहयोग भी किया जा रहा है। ऐसा ही एक शानदार पहल झारखण्ड सरकार द्वारा भी किया जा रहा है। इस कड़ी में कल दिनांक 18/06/25 को झारखंड के उधवा के प्रखंड मुख्यालय स्थित प्रखंड सभागार में बिरसा हरित ग्राम योजना अंतर्गत आम महोत्सव-सह-बागवानी मेला कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ बीडीओ जयंत कुमार तिवारी, बीपीओ प्रियरंजन कुमार, सत्यप्रकाश, प्रधान सहायक अरुण गुप्ता, रोजगार सेवक सुकृति मंडल, कृषि मित्र पिंकी देवी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस दौरान प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों के दर्जनों लाभुकों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया। कार्यक्रम में विभिन्न पंचायत के लाभुकों ने लंगड़ा, हिमसागर, आम्रपाली, असना, फजली सहित अन्य प्रकार के आमों का स्टॉल लगाया। बीडीओ जयंत कुमार तिवारी ने लाभुकों से विभिन्न स्टॉलों में आम के पैदावार, बिक्री आदि की जानकारी ली।
इस दौरान बीडीओ ने बताया कि प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में मनरेगा के तहत लाभुकों को बिरसा हरित ग्राम योजना अंतर्गत बागवानी दी गयी। इससे दर्जनों लाभुक अच्छी आमदनी कर आत्मनिर्भर हो रहे हैं। वहीं उपस्थित लाभुकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। मौके पर प्रभारी जीपीएस संतोष कुमार सुमन, बीपीएम हारून रशीद, ग्राम रोजगार सेवक राम प्रसाद, उत्तम रजक, गोपाल प्रसाद, जावेद इकबाल, नवाजिश करीम, अब्दुल रज्जाक, निरंजन मिश्रा, सद्दाम हुसैन सहित अन्य मौजूद थे। वहीं कार्यक्रम के दौरान प्रखंड के आतापुर पंचायत के लाभुक कीनू सोरेन ने कहा कि हमें तीन साल पहले मनरेगा योजना अंतर्गत बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत बागवानी दी गयी थी। हमने करीब एक एकड़ खेत में आम के पेड़ लगाये। खेत में विभिन्न प्रकार के आम का पेड़ लगाकर अच्छी-खासी आमदनी कर रहा हूं। लाभुक शमसुद्दीन मियां ने बताया कि मुझे वित्तीय वर्ष 20- 21 में मनरेगा से बागवानी मिली थी। बागवानी में घेराबंदी, नियमित रूप से पानी देना सहित तकनीकी से लाभ मिल सकता है। कहा कि विभागीय निर्देशानुसार हमने खेती की। फिलहाल मुझे आम की खेती से अच्छी आमदनी मिल रही है।