आदिवासी किसान फल और सब्जी की खेती से बढ़ा रहे हैं अपनी आमदनी

Nursery Today    13-Aug-2025
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रायपुर: छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले के बैकुंठपुर विकासखंड के ग्राम गोलाघाट के आदिवासी किसानों ने अपनी खेती के तरीके में कई बदलाव लाए हैं। अब वे पारंपरिक खेती को छोड़कर आधुनिक बागवानी और सब्जी उत्पादन पर अधिक ध्यान दे रहे हैं, जिससे उनकी आमदनी में इजाफा हो रहा है।
 

यह पूरा इलाका पहाड़ों और घने जंगलों से घिरा है। यहां सात आदिवासी किसानों ने वनाधिकार पट्टे पर मिली जमीन में 1,600 से ज्यादा लीची और 300 से अधिक आम के पेड़ लगाए हैं। इन फलों के अलावा टमाटर, लौकी, बरबट्टी, खीरा और करेला जैसी सब्जियां भी यहां के किसान उगा रहे हैं।

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किसानों को हर आधुनिक सुविधा जैसे ड्रिप सिंचाई, मल्चिंग, बोरिंग और फेसिंग की सुविधा प्रदान की जा रही है। इससे फसलों के उत्पादन में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। खेतों में बहुत तरह की सब्जियां लगाई गई हैं, जिससे किसानों की कमाई बढ़ी है।
 

गोलाघाट अब छत्तीसगढ़ के अन्य आदिवासी इलाकों के लिए एक उदाहरण बन चुका है। स्थानीय किसान बागवानी और सब्जी उत्पादन को तेजी से अपनाकर अपनी आर्थिक स्थिति बेहतर बना रहे हैं और धीरे-धीरे आत्मनिर्भर भी बन रहे हैं। कुल मिलाकर, यह बदलाव ग्रामीण जीवन में बदलाव का एक नया संकेत भी है।