यह आयोजन नेशनल बोटेनिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट, लखनऊ और आत्म परियोजना सीवान के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। इस कार्यक्रम में भगवानपुर, गोरेयाकोठी समेत कई प्रखंडों के किसान शामिल हुए और प्रशिक्षण का भरपूर लाभ उठाया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता सीएसआईआर, लखनऊ के निदेशक डॉ. विक्रम सिंह ने किसानों को पौधों की खेती के तरीकों, उन्नत किस्मों और उत्पादन बढ़ाने के उपायों पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि किसानों को फूलों की खेती की तरफ ध्यान देना चाहिए क्योंकि यह आय का बेहतर स्रोत है। यह कहकर उन्होंने किसानों को प्रोत्साहित किया।
कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक जितेंद्र कुमार ने पौधों की सही से देखभाल, कब और कितना खाद-पानी के प्रयोग और बीमारियों से पौधे को बचाने के बारे में बताया। उन्होंने समय-समय पर फसल की जांच और उपचार की सलाह भी दी।
इस मौके पर कई अधिकारी उपस्थित थे। अधिकारियों ने किसानों को सरकारी योजनाओं के बारे में बताया और उन्हें प्रोत्साहित किया कि सरकार द्वारा चलाई गई योजनाओं का लाभ उठाएं। इन अधिकारियों ने खेती में आधुनिक तकनीक अपनाकर अधिक लाभ कमाने की भी सलाह दी।