भोपाल में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के अपर मुख्य सचिव अनुपम राजन ने बताया कि प्रदेश में उद्यानिकी फसलों के विस्तार की अपार संभावनाएं हैं। इस पायलट प्रोजेक्ट की सफलता से बागवानी के क्षेत्र में तेजी से तरक्की होने की पूरी संभावना है। उन्होंने कहा कि किसानों और विशेषज्ञों से निरंतर फीडबैक लेकर परियोजना को और बेहतर बनाया जाएगा।
आयुक्त उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण प्रीति मैथिल ने बताया कि यह तकनीक आधुनिक बागवानी के लिए बेहद उपयोगी है। इसका प्रयोग अनेक देशों में हो रहा है, जिसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आए हैं। अब राज्य के किसानों को भी इसके बारे में जागरूक किया जा रहा है ताकि वे इस आधुनिक तकनीक का लाभ उठा सकें।
सरकार का मानना है कि नई तकनीक को अपनाने से किसानों की आमदनी में इज़ाफ़ा होगा और प्रदेश में बागवानी का विकास दिन-दूनी रात-चौगुनी गति से वृद्धि करेगा। यह कदम मध्यप्रदेश को आधुनिक कृषि की दिशा में एक टर्निंग पॉइंट हो सकता है।