विजयपुर नर्सरी के राजेंद्र सिंह ने बताया कि किसानों का रुझान अब नई और विदेशी किस्मों की ओर बढ़ रहा है। डॉ. कमल शर्मा ने सुझाव दिया कि बागवानी विभाग को रेड पामर, रेड आइवरी जैसे विदेशी फलों को भी बढ़ावा देना चाहिए, ताकि किसानों को बेहतर मुनाफा मिल सके।अंबिका आम के कारण जम्मू के किसानों और बागों को आम के क्षेत्र में एक नई पहचान मिलेगी।
बागवानी विभाग ने मिश्रीवाला नर्सरी में अंबिका आम के पौधों पर सफल ट्रायल किया है। बागवानी विभाग अब पौधे तैयार करने में जुटा है जिन्हें जल्द ही किसानों के हवाले किया जाएगा। ऐसी उम्मीद है कि यह पौधा तीन साल के अंदर फल देने लगता है।
इस आम के पेड़ छोटी प्रजाति के होते हैं, जिससे यह आम का पेड़ अधिक बड़ा नहीं होता है और आसानी से तोड़ा जा सकता है। आने वाले वर्षों में इसकी मांग के साथ-साथ कीमत में भी तेजी आएगी। अंबिका आम के कारण जम्मू के किसानों और बागों को आम के क्षेत्र में एक नई पहचान मिलेगी।