उन्होंने कहा कि केवल एक बीघा भूमि से भी औद्यानिक खेती की शुरुआत कर किसान अच्छा लाभ कमा सकते हैं। सरकार किसानों को सब्सिडी और अन्य सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध करा रही है, किसानों को इसका भरपूर फायदा उठाना चाहिए। सिंह ने आगे कहा कि फूलों और औषधीय पौधों की खेती किसानों के लिए लाभकारी सिद्ध हो सकती है। ड्रिप इरिगेशन जैसी आधुनिक तकनीक को अपनाना जरूरी है क्योंकि इस विधि में खेती के लिए कम पानी की आवश्यकता पड़ती है।
कार्यक्रम के दौरान मंत्री ने एफपीओ त्रिसागर फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी की ओर से दुबई भेजी जाने वाली एक एमटी भिंडी के वाहन को हरी झंडी भी दिखाई। इसके साथ उन्होंने हाईटेक नर्सरी (शाकभाजी पौध उत्पादन) का उद्घाटन किया और पीएमएफएमई योजना के तहत छह उद्यमियों को एक करोड़ 19 लाख रुपये के चेक भी दिए।
इस कार्यक्रम के दौरान कई प्रगतिशील किसानों को भी सम्मानित किया गया। कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को आधुनिक तकनीक और जैविक खादों के बारे में जानकारी दी।