इस्तेमाल की हुई चायपत्ती
चायपत्ती में नाइट्रोजन और फॉस्फोरस भरपूर मात्रा में होते हैं। यह गुलाब की मिट्टी को एसिडिक बनाती है, जो पौधे के लिए बहुत फायदेमंद है। इस्तेमाल की हुई चायपत्ती को धोकर सुखा लें और महीने में दो बार मिट्टी में मिलाएं। इसे पानी में घोलकर भी डाला जा सकता है। इसमें दूध और चीनी की मात्रा नहीं होनी चाहिए, नहीं तो फंगस लगने का खतरा है।
हल्दी पाउडर
हल्दी में एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल गुण अधिक मात्रा में पाए जाते हैं। यह पौधे को बीमारियों और कीड़ों से बचाती है। आधा चम्मच हल्दी एक लीटर पानी में डालकर जड़ों में डालें। इसका इस्तेमाल महीने में एक बार करें।
केले के छिलके
केले के छिलके पोटैशियम, फॉस्फोरस और कैल्शियम से भरपूर होते हैं, जो बड़े फूल लाने में बहुत उपयोगी होते हैं। छिलकों को सुखाकर उसका पाउडर बना लें, फिर उसे मिट्टी में मिलाएं या सीधे जड़ों में डालें। ऐसा महीने में एक बार करें।
इन आसान तरीकों से गुलाब का पौधा तेजी से बढ़ने के साथ-साथ फूलों से भी लद जाएगा।