हरियाणा में मिट्टी रहित नर्सरी से तैयार हो रहे पौधे

Nursery Today    06-Sep-2025
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नारनौल : हरियाणा जिले के सुंदरह गांव में बना एकीकृत बागवानी विकास केंद्र किसानों के लिए नई तकनीक और अपार संभावनाओं का द्वार खोल रहा है। यहां के किसान पारंपरिक खेती को छोड़कर फलों और सब्जियों पर अपना ध्यान लगा रहे हैं। इससे उनकी उपज में बढ़ोतरी के साथ-साथ आय में भी इजाफा शुरू हो गया है।
 

यह केंद्र 12.5 एकड़ भूमि पर बना है। 15 जुलाई 2016 को इसकी नींव रखी गई थी और 1 सितंबर 2019 को इसका उद्घाटन हुआ। इस नर्सरी केंद्र में कोपीट, वर्मीक्यूलाइट और परलाइटका उपयोग कर पौधे तैयार किए जाते हैं, जिनकी गुणवत्ता और रोग प्रतिरोधक क्षमता सामान्य पौधों से बहुत अच्छी है। वर्ष 2019-20 से अब तक यहां एक करोड़ 49 लाख से ज्यादा सब्जियों के पौधे तैयार किए जा चुके

इस केंद्र में पौध उत्पादन के साथ किसानों को बागवानी की नई तकनीकों के बारे में भी बताया जाता है। इस प्रशिक्षण से अब तक 900 किसानों को नेट हाउस, पॉली हाउस, मशरूम उत्पादन, मधुमक्खी पालन और सूक्ष्म सिंचाई के बारे में जानकारी दी जा चुकी है। केंद्र के कुल 4.5 एकड़ क्षेत्र में कई फलों जैसे किन्नू, माल्टा, खजूर, अनार और बेर की खेती की जाती है। पॉली हाउस नेट हाउस में ऑर्गेनिक सब्जियों की खेती की जा रही है। यह मॉडल दूसरे किसानों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन रहा है कि वे भी प्राकृतिक खेती अपनाकर अपनी आमदनी बढ़ाएं।