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कुल्लू: जिला कुल्लू में इन दिनों नाशपाती की फ्लावरिंग अपने चरम सीमा पर है। बगीचों में नाशपाती के पौधे फूलों से लदे हुए हैं। बागवानों को उम्मीद है कि अगर मौसम सही रहा तो इस बार नाशपाती की अच्छी पैदावार होने की पूरी संभावना है। बागवानों का कहना है कि फलों की सेटिंग तक मौसम का साथ देना जरूरी है। आंधी, तूफान और ओलावृष्टि जैसे प्राकृतिक आपदाओं से फसलों को बहुत अधिक नुक्सान पहुंचता है । अगर ये सारी घटनायें नहीं होती है, तो बागवानों को खुश होना चाहिए, कियोंकि ज़बरदस्त पैदावार की उम्मीद है । पिछले वर्ष भी कुल्लू में नाशपाती की बंपर फसल हुई थी और इस बार भी बेहतर उत्पादन का अनुमान लगाया जा रहा है।
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बागवान सुरेश ठाकुर, खीमी राम चौहान, कृष्ण कुमार, मोहर सिंह, हुक्म सिंह ठाकुर, घनश्याम, जोगिंद्र ठाकुर, सोहन लाल, संजीव शर्मा, ज्योति प्रकाश, बलवीर ठाकुर, सोनू कुमार, मीने राम, नीरज, रमेश कुमार और राजेंद्र ने बताया कि वे अपने बगीचों की लगातार निगरानी कर रहे हैं। फूलों में कीट न लगें, इसके लिए जरूरी छिड़काव भी किया जा रहा है।
फलोत्पादक मंडल कुल्लू के अध्यक्ष महेंद्र उपाध्याय ने बताया कि इस समय जिले के अधिकतर क्षेत्रों में नाशपाती के पौधों में फूल आ चुके हैं। सेब के पौधे भी अब पिंक बड स्टेज में पहुंच गए हैं। अगर मौसम सहयोगी रहा, तो इस साल फलोत्पादन रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच सकता है।